विराट कोहली ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से दोस्ती को लेकर दिए गए बयान के कारण चर्चा में हैं. धर्मशाला मैच के बाद उन्होंने कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी अब उनके दोस्त नहीं रहे. हालांकि, गुरुवार को विराट कोहली ने ट्वीट कर कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया.
विराट ने क्या दी सफाई
विराट कोहली ने ट्वीट किया- पोस्ट मैच कॉन्फ्रेंस के बाद मेरे जवाब के कुछ हिस्से का गलत मतलब निकाला गया. मैंने पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को लेकर ये बयान नहीं दिया था. ये बयान कुछ व्यक्तिगत खिलाड़ियों के लि ए था. कुछ प्लेयर के साथ मेरे रिश्ते जारी रहेंगे. मैं कुछ को जानता हूं जो RCB के लिए खेलते हैं और यह नहीं बदलने वाला है.
1/2 My answer at the post match conference has been blown way out of proportion. I did not categorically say the whole Australian team but
— Virat Kohli (@imVkohli) March 30, 2017
2/2only a couple of individuals.I continue to be in good terms with the few guys I know & who I've played with at RCB & that doesn't change.
— Virat Kohli (@imVkohli) March 30, 2017
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से दोस्ती को लेकर विराट ने क्या कहा था?
28 मार्च को धर्मशाला टेस्ट के बाद विराट ने कहा था- हां...उनके प्रति मेरी धारणा बदल चुकी है. मैंने शुरुआत में जो कुछ भी कहा था, सीरीज को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कहा था. लेकिन मैं पूरी तरह गलत साबित हुआ. अब आप दोबारा मुझे से ऐसा कहते कभी नहीं सुनोगे. बता दें कि विराट को लेकर सवाल किया गया था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ अब उनके रिश्ते कैसे रहेंगे.
पुणे टेस्ट से पहले विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसा कहा था?
हमलोग मैदान से बाहर अच्छे दोस्त हैं. मैं उनलोगों को अच्छी तरह जानता हूं. लेकिन मुझे पता है कि मुझे कहां दोस्ती की रेखा खींचनी चाहिए. मैदान में जरूरी नहीं कि उनके खिलाफ असली भाई की तरह खेलूं.
आइए जानते हैं आखिर इन 34 दिनों की सीरीज के दौरान क्या हुआ था?
1. बंगलुरु टेस्ट में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 75 रनों से जरूर मात दी, लेकिन डीआरएस पर दोनों कप्तानों के बीच तनातनी ने खिलाड़ियों का ध्यान विवाद की और मोड़ दिया. विराट ने डीआरएस मुद्दे पर स्टीव स्मिथ पर निशाना साधा और धोखेबाज कहा. ( स्मिथ के LBW डिसिजन पर DRS लेने से पहले ड्रेसिंग रूम से पूछने के विवाद ने तूल पकड़ा)
2. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और पूर्व खिलाड़ियों ने भारतीय कप्तान पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश की. ('द डेली टेलीग्राफ' में प्रकाशित एक लेख में विराट कोहली को डोनाल्ड ट्रंप बताया गया. कहा कि विराट अपने हिसाब से रूल्स में बदलाव कर रहे हैं. आईसीसी इस समय विराट का बाल भी बांका नहीं कर पा रही है)
3. लगातार जारी जुबानी जंग में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख जेम्स सदरलैंड भी शामिल हो गए. उन्होंने कोहली का मजाक उड़ाते हुए कहा कि विराट को 'सॉरी' कहना नहीं आता. मुझे नहीं लगता उन्हें इस शब्द की स्पेलिंग भी आती है.
4. विराट कोहली को रांची में कंधे में चोट लगी, जिसका ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने मैदान पर जमकर मजाक उड़ाया. ग्लेन मैक्सवेल ने तो उनके कंधे की चोट की नकल भी उतारी. ये आरोप भी लगे कि उन्होंने स्पोर्ट स्टाफ पर बोतल भी फेंकी.
5. धर्मशाला टेस्ट के पहले दिन कप्तान विराट कोहली टीम के खिलाड़ियों के लिए एनर्जी ड्रिंक्स लेकर गए थे. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ब्रेंडन जूलियन और ब्रैड हैडिन ने कोहली के इस कदम पर सवाल उठाए हैं. जूलियन ने कहा है कि कोहली काफी अच्छे कप्तान हैं और चोटिल भी हैं, ऐसे में उनका मैदान पर ड्रिंक्स लेकर जाना शोभा नहीं देता है.