पाकिस्तान के क्रिकेटर सलमान बट्ट और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन के बीच जुबानी जंग जारी है. दोनों के बीच इसकी शुरुआत माइकल वॉन के उस बयान से हुई, जिसमें न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन और टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की तुलना की गई. दरअसल, वॉन ने कहा था कि केन विलियमसन अगर भारतीय होते तो वह दुनिया के महान बल्लेबाज होते. वॉन के इस बयान पर सलमान बट्ट ने प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने कहा कोहली ने अपने प्रदर्शन के दम पर बल्लेबाजों की रैंकिंग में अपना दबदबा बनाए रखा. ऐसे में तुलना क्यों की जाए, ये मुझे समझ नहीं आता. पाकिस्तान के क्रिकेटर ने कहा कि तुलना भी कौन कर रहा है- माइकल वॉन. वह इंग्लैंड के लिए बेहतरीन कप्तान थे, लेकिन उनकी बल्लेबाजी कोई खास नहीं थी. वह टेस्ट में अच्छे बल्लेबाज थे, लेकिन वनडे में तो उनके नाम एक शतक भी नहीं है.
बट्ट के इस बयान पर वॉन ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, 'मैं ख्वाहिश करता हूं कि उनके विचार साल 2010 में भी ऐसे ही साफ होते जब वह मैच फिक्सिंग कर रहे थे.' अब जवाब देने की बारी सलमान बट्ट की थी. उन्होंने वॉन पर पलटवार किया. सलमान बट्ट ने कहा कि कुछ लोगों को 'मानसिक कब्ज' है.
No idea what the headline is ... but I seen what Salman has said about me ... that’s fine and he is allowed his opinion but I wished he had such a clear thought of mind back in 2010 when he was Match fixing !!! https://t.co/EkDWuH7Vi4
— Michael Vaughan (@MichaelVaughan) May 16, 2021
बट्ट ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'मैं ज्यादा गहराई में जाना नहीं चाहता. मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि उन्होंने गलत संदर्भ में विषय को उठाया. इस तरह की प्रतिक्रिया का कोई औचित्य नहीं है. अगर वह अतीत में जीना चाहते हैं और उसके बारे में बात करना चाहता हैं, तो वह निश्चित रूप से कर सकते हैं. कब्ज एक बीमारी है. चीजें अटक जाती हैं और वे इतनी आसानी से बाहर नहीं आती हैं. कुछ लोगों को मानसिक कब्ज होता है. ऐसे लोगों का दिमाग अतीत में ही रहता है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.'
सलमान बट्ट ने आगे कहा कि हमने दो महान खिलाड़ियों के बारे में बात की और इसे एक अलग दिशा में ले जाने की कोई आवश्यकता नहीं थी. लेकिन वॉन ने उसे चुना. उन्होंने जिस वर्ष का जिक्र किया है, वह कर सकते हैं. हम अतीत की बात नहीं करना चाहते. लेकिन वास्तविक तथ्य को नहीं बदल सकता, जिसके बारे में हमने बात की.
वॉन पर बट्ट का हमला यहीं नहीं रुका. उन्होंने कहा कि अगर वह क्रिकेट के बारे में बात करते और मुझे गलत साबित करते तो अच्छा रहता. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने अतीत की बात की, आगे भी वह ऐसा कर सकते हैं. मुझ पर कोई असर नहीं होगा. वॉन ने ऐसा कर खुद को परिभाषित किया है.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने क्या कहा था
विराट कोहली और विलियमसन की तुलना करते हुए माइकल वॉन ने कहा था कि अगर केन विलियमसन भारतीय होते तो वो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी होते. लेकिन विराट कोहली के रहते उन्हें कभी भी ऐसा नहीं कहा जाएगा, क्योंकि वो भारतीय नहीं हैं.
वॉन ने कहा, 'मैं ये बातें इसलिए नहीं कह रहा, क्योंकि मैं न्यूजीलैंड में हूं. मुझे लगता है विलियमसन तीनों ही फॉर्मेट में बेहतर हैं. लेकिन वो विराट कोहली की बराबरी नहीं कर सकते. क्योंकि उनके इंस्टाग्राम पर 100 मिलियन फॉलोअर्स नहीं हैं और वो ब्रांड एंडोर्समेंट के जरिए भी भारी भरकम कमाई नहीं करते हैं.'