अकेले दम पर अपनी टीम को जीत की राह पर लौटाना और गलतियों के लिए खुद को कोसना उन पहलुओं में शामिल है जो साउथ अफ्रीकी कप्तान एडेन मार्करम भारतीय कप्तान विराट कोहली से सीखना चाहते हैं.
मार्करम ने देखा कि कोहली ने खुद बेहतरीन प्रदर्शन किया जिससे भारत ने साउथ अफ्रीका को छह मैचों की वनडे सीरीज में 5-1 से हराया. कोहली ने सीरीज में तीन शतकों और एक अर्धशतक की मदद से 558 रन बनाए.
मार्करम ने कहा, ‘कोहली अपनी टीम को मैच जिताने के लिए बेताब रहते हैं और इसलिए वह अपनी गलतियों के लिए खुद को कोसते हैं. यह सब प्रतिस्पर्धी नजरिये से है और इसमें कुछ भी दुर्भावना नहीं होती है.'
पीटीआई के मुताबिक मार्करम ने कहा, 'जब वह बल्लेबाजी करता है तब यह बेताबी दिखती है. वह टीम को केवल जीत के करीब नहीं पहुंचाना चाहता बल्कि वह जीतना चाहता है.'
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उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं उनसे (कोहली) काफी चीजें सीख सकता हूं. उनकी पूरी टीम और अपनी टीम से मैं काफी चीजें सीख सकता हूं. मैं इधर-उधर से छोटी-छोटी चीजें सीख रहा हूं.'
विराट दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
मार्करम को यह कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं कि दोनों टीमों के बीच कोहली ने सबसे बड़ा अंतर पैदा किया.
उन्होंने कहा, ‘उसने बहुत बड़ा अंतर पैदा किया. वह वास्तव में बेहतरीन फॉर्म में है और उसने दिखाया. उसकी रनों की भूख और मैच के परिणाम को अपने पक्ष में करने की बेताबी का कोई जवाब नहीं है और इसलिए वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है.'
मार्करम ने कहा, ‘उसने (कोहली) बहुत अंतर पैदा किया और उनके स्पिनरों ने भी अहम भूमिका निभाई. लेकिन कोहली के लिए यह शानदार सीरीज रही और जो श्रेय का हकदार है उसे वह दिया जाना चाहिए.'
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यह काफी कड़ी सीरीज थी
मार्करम से पूछा गया कि क्या इतने बड़े अंतर से हारना शर्मनाक है, उन्होंने कहा, ‘शर्मनाक काफी कड़ा शब्द है. निश्चित तौर पर हम वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाए जैसा कि हम चाहते थे. एक टीम के तौर पर हम वास्तव में निराश हैं. मैं यह नहीं कहना चाहूंगा कि हम शर्मिंदा हैं.'
उन्होंने कहा, ‘हमें पता था कि वनडे सीरीज कड़ी होगी. मैं इसके लिए तैयार था और मैंने इस चुनौती का लुत्फ उठाया. मैं सीरीज 5-1 से गंवाने के बावजूद यहां बैठकर यह कह सकता हूं. यह एक जिम्मेदारी थी जिसका मैंने लुत्फ उठाया. मैंने अपने करियर के इस चरण में काफी कुछ सीखा और यह बुरी चीज नहीं है.'