scorecardresearch
 

कोहली ने अपनी इस सेंचुरी को इसलिए बताया सर्वश्रेष्ठ टेस्ट शतक

विराट ने कहा कि उनकी कप्तानी में उस मैच के दौरान टीम को मिले आत्मविश्वास ने उन्हें दुनिया की शीर्ष टीम बनने का मौजूदा दर्जा हासिल करने की नींव रखी.

Advertisement
X
विराट कोहली
विराट कोहली

Advertisement

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में 2014 दौरे के दौरान खेली गई 141 रनों की पारी को अपना सर्वश्रेष्ठ टेस्ट शतक बताया है. विराट ने कहा कि उनकी कप्तानी में उस मैच के दौरान टीम को मिले आत्मविश्वास ने उन्हें दुनिया की शीर्ष टीम बनने का मौजूदा दर्जा हासिल करने की नींव रखी. भारतीय टीम इस दौरान चौथी पारी में 364 रन के लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाई थी और 315 रनों पर आउट होकर पहला टेस्ट 48 रन से गंवा बैठी थी. कोहली ने एक अवॉर्ड फंक्शन में कहा, ‘मुझे लगता है कि बदलाव के दौर के हिसाब से एडिलेड टेस्ट (दिसंबर 2014 में) में दूसरी पारी का शतक, जिसमें हमने मैच लगभग जीत ही लिया था, मेरे लिए काफी विशेष था. मैं हमेशा इस मैच को याद रखूंगा.’

Advertisement

उन्होंने कहा, ‘तुंरत ही मेरे मन में आया कि मुझे टीम से बात करनी चाहिए. मैंने चौथे दिन के खेल के बाद टीम बस में खिलाड़ियों से बात की और ऑस्ट्रेलिया ने तब अपनी पारी घोषित नहीं की थी. मैंने उन्हें कहा कि कल वो हमें जो भी लक्ष्य देंगे, हम उसका पीछा करने का प्रयास करेंगे.’ तब महेंद्र सिंह धोनी चोटिल थे, उनकी अनुपस्थिति में कोहली ने टीम की कप्तानी की थी. कोहली ने कहा कि उन्होंने खिलाड़ियों से पूछा कि क्या किसी को कोई आपत्ति या हिचक है, तो उन्हें तुंरत ही बता देना चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘किसी ने भी आपत्ति नहीं की और तब मैंने उनसे कहा कि वे इस विचार के साथ अपने कमरे में जाएं कि वे कल लक्ष्य का पीछा करने उतरेंगे.’ इस 29 वर्षीय खिलाड़ी ने 62 टेस्ट में 19 शतक जड़ लिए हैं. कोहली ने कहा, ‘हम पांचवें दिन यह सोचकर क्रीज पर उतरे कि हम इस मैच को जीत सकते हैं. हम हालांकि इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाए. जिससे हमें दुख होता है, लेकिन बतौर टीम हमने जो किया, उससे हमारा काफी आत्मविश्वास बढ़ा कि हम दुनिया की किसी भी टीम से भिड़ सकते हैं और कहीं भी किसी को हरा सकते हैं.'

Advertisement

कोच रवि शास्त्री ने भारत के दक्षिण अफ्रीका के आगामी दौरे के बारे में बात और कहा कि निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना टीम की सफलता की कुंजी है. शास्त्री ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीकी दौरा खुद को साबित करने का अवसर होगा. विदेशों में सफलता की कुंजी निरंतरता है. यह टीम विदेशों में जीत दर्ज करने का माद्दा रखती है. मुझे ऐसा कोई कारण नजर नहीं आता जिससे यह कहा जाए कि ये खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे. ’ पूर्व कप्तान कपिल देव भी इस अवसर पर उपस्थित थे और उन्होंने कहा कि वर्तमान भारतीय टीम किसी भी टीम को हरा सकती है.

Advertisement
Advertisement