भारत और वेस्टइंडीज के बीच जमैका टेस्ट ड्रॉ होने के बाद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि विराट कोहली को अटैकिंग बॉलर उमेश यादव का बेहतर उपयोग करना चाहिए था. साथ ही सौरव ने यह भी कहा कि वो यह नहीं समझ पा रहे कि विराट ने इस ड्रॉ हुए टेस्ट में अमित मिश्रा से पहले रविचंद्रन अश्विन को बॉल क्यों नहीं थमाया.
एंटीगुआ में ऐतिहासिक जीत के बाद चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे चल रहे भारत के पास दूसरा टेस्ट जीत कर इतिहास बनाने का एक और मौका था लेकिन रोस्टन चेस ने शानदार नाबाद शतकीय पारी खेली और टीम इंडिया की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
पहली पारी के आधार पर 304 रनों से पिछड़ रही वेस्टइंडीज ने पारी की हार से बचने के लिए खेलना शुरू किया. चौथे दिन का खेल बारिश की वजह से प्रभावित होने के बाद भी भारत ने वेस्टइंडीज के चार विकेट महज 48 रनों पर आउट करने में सफलता पा ली.
जीत के लिए भारत को अंतिम दिन केवल छह पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट करना था लिहाजा सबीना पार्क स्टेडियम के स्टैंड लगभग खाली थे. लेकिन इसके बाद कैरिबियाई बल्लेबाज चेस और ब्लैकवुड पिच पर जम कर डट गए और जमैका में इतिहास रच दिया. चेस ने शतक के साथ ही 50 साल पुराने गैरी सोबर्स के टेस्ट की एक पारी में शतक और पांच विकेट की बराबरी की.