भारतीय क्रिकेट टीम के दो बड़े खिलाड़ियों के बीच विवाद के चर्चे हमेशा सामने आते रहे हैं. फिर चाहे वो कपिल देव और सुनील गावस्कर के बीच हो, अजहर-सिद्धू के बीच या धोनी और सहवाग के बीच. हालिया मौकों पर विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच भी ऐसी खबरें लगातार सामने आती रही हैं.
कप्तान विराट कोहली से वनडे कप्तानी वापस लेने के बाद इन दोनों खिलाड़ियों के बीच बढ़े विवाद के चर्चे काफी बढ़ गए हैं. इसके साथ ही विराट कोहली ने बुधवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. विराट कोहली ने बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली के बयान के खिलाफ जाकर बयान दिया कि उन्हें टी20 की कप्तानी छोड़ने से किसी ने मना नहीं किया था. विराट कोहली का यह बयान बोर्ड और कप्तान के बीच एक नए विवाद को जन्म दे रहा है.
भारतीय टीम के वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में हार के बाद विराट कोहली की लीडरशिप पर सवाल उठने शुरू हो गए थे. मीडिया के अलावा कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी विराट कोहली के बतौर कप्तान ICC टूर्नामेंट्स में प्रदर्शन को लेकर कई सवाल खड़े किए थे. इन सभी के बीच भारतीय टीम के तत्कालीन कप्तान विराट कोहली के ऊपर भी बिना किसी बड़ी जीत के इस पद पर बने रहने का दबाव बढ़ता जा रहा था.
सितंबर 2021 में उठा तूफान
कोच रवि शास्त्री ने भी साफ कर दिया था कि अक्टूबर में UAE में खेला गया टी20 विश्व कप उनका बतौर कोच आखिरी टूर्नामेंट होगा. इस खबर के ठीक कुछ घंटे के बाद कप्तान विराट कोहली ने भी टी20 टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया. शास्त्री की तरह कोहली ने भी टी20 विश्व कप के बाद कप्तानी छोड़ना का पक्का इरादा कर लिया था. इसके साथ ही विराट कोहली की बोर्ड से एक मांग भी सामने आई थी. बताया जाता है कि रोहित शर्मा को वनडे और टी20 की उपकप्तानी हटाने की मांग की गई थी, पर बोर्ड ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था.
दिसंबर 2021 में बोर्ड ने लिया निर्णय
दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले सेलेक्टर्स ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए विराट कोहली से कप्तानी छीनकर रोहित शर्मा को सौंप दी थी. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस निर्णय को लेकर एक बयान दिया था. इस बयान में सौरव गांगुली ने कहा, 'बोर्ड और सेलेक्टर्स ने विराट कोहली से टी20 कप्तानी नहीं छोड़ने का अनुरोध किया था, जिसे विराट ने नहीं माना और सेलेक्टर्स को लगता है कि सफेद गेंद के क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान रखना मुनासिब नहीं होगा, इसलिए विराट की जगह रोहित शर्मा को कप्तानी सौंपी जा रही है'.
नवनियुक्त कप्तान रोहित शर्मा ने बोर्ड के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा था कि वो अपने प्रदर्शन के दम पर बोलेंगे और टीम का पूरा ध्यान आगे आने वाले बड़े ICC टूर्नामेंट में जीत दर्ज करने पर ही होगा. विराट ने इस निर्णय के बाद बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकर कहा कि बोर्ड ने उन्हें इस निर्णय के बारे में डेढ़ घंटे पहली ही जानकारी दी. विराट कोहली ने सौरव गांगुली की बात का विरोध करते हुए कहा, ' मुझे टी20 कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए किसी ने मना नहीं किया.... सभी लोगों ने इस निर्णय को स्वीकार किया था'.
विराट ने इसके आगे वनडे टीम की कप्तानी जाने के बारे में भी चुप्पी तोड़ी. विराट ने कहा, '8 दिसंबर को सेलेक्शन मीटिंग से डेढ़ घंटे पहले मुझे बुलाया गया था. टी20 कप्तानी छोड़ने के बाद कप्तानी के विषय पर मेरी कोई बात नहीं हुई थी. मीटिंग में टेस्ट टीम के लेकर चर्चा हुई जिसको लेकर सभी ने एकमत से टीम सेलेक्ट की और बाद में मुझे वनडे कप्तानी से हटाने के बारे में बताया गया जिसके बाद मैंने उस निर्णय को स्वीकार किया था'.
इसके पहले खबरें आई थीं कि विराट कोहली से 48 घंटे पहले वनडे कप्तानी से हटने के लिए कहा गया था जिसके बाद बोर्ड और सेलेक्टर्स ने मिलकर यह फैसला किया. विराट की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अब इंतजार बोर्ड की तरफ से एक बयान का है जिसमें यह साफ हो सके कि विराट कोहली के बयान में सच्चाई झलक रही है या बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली. दोनों लोगों के अलग-अलग बयान टीम के भीतर भी कई सवाल खड़े कर रहे हैं.