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Virat Kohli Ranji Trophy comeback: कहीं रोहित शर्मा की तरह न चूक जाएं? विराट कोहली इस दिग्गज कोच से क्यों ले रहे मदद

36 साल के कोहली पिछले कुछ समय से रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं. ऐसे में लगातार उठ रहे सवालों के बीच इस दिग्गज को रणजी खेलने का मन बनाना पड़ा. रणजी के इस मुकाबले में उतरने से पहले विराट कोहली ने भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ को मदद के लिए बुलाया है.

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Virat Kohli (Getty)
Virat Kohli (Getty)

Virat Kohli Ranji Trophy comeback: दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में 30 जनवरी से रणजी ट्रॉफी का बेहद खास मुकाबला होने को है. 'खास' इसलिए कि रेलवे के खिलाफ होने वाले रणजी के लीग मुकाबले में दिल्ली की ओर से स्टार बल्लेबाज विराट कोहली उतरेंगे. दिल्ली का यह आखिरी लीग मुकाबला है. कोहली रणजी ट्रॉफी में करीब 13 साल बाद वापसी करने वाले हैं. दरअसल, 36 साल के कोहली पिछले कुछ समय से रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं. ऐसे में  लगातार उठ रहे सवालों के बीच इस दिग्गज को रणजी खेलने का मन बनाना पड़ा. दिल्ली के कोच सरनदीप सिंह पुष्टि कर चुके हैं कि कोहली स्क्वॉड में शामिल होंगे. वह मंगलवार से दिल्ली टीम के साथ ट्रेनिंग करेंगे.

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ऑस्ट्रेलिया में मिली मात के बाद भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों ने घरेलू क्रिकेट में अपनी लय हासिल करने की जद्दोजहद में जुटे हैं.  रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने रणजी ट्रॉफी के पिछले राउंड में भाग खुद को परखने की कोशिश की. इन स्टार खिलाड़ियों में से केवल जडेजा (12 विकेट, 38 रन) और गिल (दूसरी पारी 102) ने ही अच्छा प्रदर्शन किया. रोहित जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मैच में कोई कमाल नहीं कर पाए और महज 3 और 28 रन ही बना पाए थे.   

विराट कोहली ने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे के पहले ही टेस्ट (5, 100*) में शतक जमाकर वाहवाही जरूर लूटी, लेकिन इसके बाद वह 7, 11, 3, 36, 5, 17, 6 का स्कोर ही कर पाए. यानी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज की  9 पारियों में वह  190 रन बनाकर लौटे. इसके बाद से टेस्ट क्रिकेट में उनके भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे थे. सबसे बढ़कर इस दौरान वह ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों पर अपना विकेट गंवाते रहे.

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कोहली के खेल की अच्छी समझ रखते हैं बांगड़

रणजी के इस मुकाबले में उतरने से पहले विराट कोहली ने भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ को मदद के लिए बुलाया है. बल्लेबाजी के इस खराब दौर से बाहर निकलने के लिए कोहली का बांगड़ को बुलाने के फैसले को हैरानी से नहीं देखा जाना चाहिए. यह वही बांगड़ हैं, जिन्होंने  2014 से 2019 तक विराट कोहली का एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में शानदार दौर देखा है. इस दौरान 2016 में कोहली ने टेस्ट में 75.93 के एवरेज से 1215 रन (4 शतक) बनाए थे और फिर 2017 में उन्होंने टेस्ट में 75.64 की औसत से 1059 रन (5 शतक) बटोरे थे. 

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संजय बांगड़ (File, Getty)

कोहली ने अपने 80 इंटरनेशनल शतकों में से अधिकतर शतक 2014 से 2019 के बीच लगाए, जब बांगड़ राष्ट्रीय टीम का हिस्सा थे. बांगड़ का कार्यकाल समाप्त होने के बाद कोहली ने 5 वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में केवल दो शतक लगाए हैं. तभी तो एक बार फिर तकनीकी पहलुओं पर काम करने के लिए ही कोहली ने बांगड़ की मदद ली.  बांगड़ का कार्यकाल वनडे वर्ल्ड कप 2019 के बाद समाप्त हो गया था और उनकी जगह विक्रम राठौड़ को बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया था.

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विराट कोहली को इसके बाद एक बार फिर संजय बांगड़ का साथ मिला था. दरअसल,  राष्ट्रीय टीम में अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद  वह आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम से जुड़ गए थे.बांगड़ को नवंबर 2021 में आईपीएल- 2022 के लिए आरसीबी का नया मुख्य कोच बनाया गया था. 

कोहली गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रणजी ट्रॉफी के पिछले राउंड में नहीं खेल पाए थे. इस बीच उन्होंने हालांकि बांगड़ के साथ प्रैक्टिस सेशन में भाग लिया. इस दौरान बांगड़ को कोहली को 16 गज की दूरी से थ्रो डाउन करते हुए दिखाया गया. उन्होंने कोहली को लगातार उठती हुई गेंद पर बल्लेबाजी कराई. कोहली बैकफुट पर अपनी बैटिंग को सुधारना चाहते थे.

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