लॉर्ड्स के मैदान पर टॉस हारना टीम इंडिया के लिए मुश्किल का सबब बन गया है, क्योंकि मौजूदा हालात तेज गेंदबाजों के पक्ष में हैं. इसका नमूना तब देखने को मिला जब इंग्लिश दिग्गज जेम्स एंडरसन ने 7 ओवर में ही भारत को दोनों ओपनरों को आउट कर दिया.
इस मैच में सबसे हैरानी भरा फैसला यह रहा कि तेज गेंदबाजों के अनुकूल हालात में भारतीय टीम दो स्पिन गेंदबाजों के साथ उतरी है. लेकिन विराट कोहली की यह रणनीति भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.
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क्योंकि लॉर्ड्स में जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा पिच से स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल सकती है. वो इसलिए क्योंकि भारत इस मैच में पहले बल्लेबाजी कर रहा है और इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों के फुटमार्क से दूसरी पारी तक पिच पर काफी रफ तैयार हो सकता है, जिसका फायदा बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव और रविचंद्रन अश्विन को मिल सकता है.
पहले गेंदबाजी करने वाली टीम के पक्ष में नहीं हैं आंकड़ें
आंकड़ों की बात करें तो वह फिलहाल इंग्लैंड के पक्ष में नहीं हैं. आखिरी 10 टेस्ट मैचों में लॉर्ड्स के मैदान पर पहले गेंदबाजी करने वाली टीम 7 टेस्ट मैच हारी है, जबकि एक में उसे जीत नसीब हुई है. इसके अलावा 2 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं.
टीम इंडिया ने किया था कमाल
आपको बता दें कि साल 2014 के इंग्लैंड दौरे पर भी टीम इंडिया को इंग्लैंड ने लॉर्ड्स की हरी-भरी पिच पर पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया था और भारतीय टीम शुरुआती झटकों से उबरते हुए अजिंक्य रहाणे के यादगार शतक की बदौलत 295 रनों के स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रहा था. भारत ने यहां इंग्लैंड को 95 रनों से मात देकर लॉर्ड्स में 28 साल बाद जीत दर्ज की थी.