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फ्री हिट पर विराट के डिफेंसिव शॉट से सभी भौंचक्के

वनडे क्रिकेट में जब से नो बॉल के नियम बदले हैं तब से बल्लेबाज नो बॉल के बाद वाली फ्री हिट गेंद पर चाहे जैसे भी हो अधिकतम रन बनाने की कोशिश करता है. फ्री हिट पर रन बनाने के लिए बैट्समैन रिवर्स स्विप, स्लॉग स्विप और रैंप शॉट तक खेलने से नहीं चूकता.

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Virat Kohli
Virat Kohli

क्रिकेट में जब से नो बॉल के नियम बदले हैं तब से बल्लेबाज नो बॉल के बाद वाली फ्री हिट गेंद पर चाहे जैसे भी हो अधिकतम रन बनाने की कोशिश करता है. फ्री हिट पर रन बनाने के लिए बैट्समैन रिवर्स स्विप, स्लॉग स्विप और रैंप शॉट तक खेलने से नहीं चूकता. लेकिन हमारे टेस्ट कप्तान और वनडे उप-कप्तान विराट कोहली ने मीरपुर में जो किया उसे देखकर हर कोई भौंचक्का रह गया.

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मीरपुर में दूसरे वनडे के दौरान तस्कीन अहमद चौथे ओवर की अंतिम गेंद फेंक रहे थे. तस्कीन ने पॉपिंग क्रीज को ओवरस्टेप किया और अंपायर ने उसे नो बॉल करार दिया. कोहली के सामने अगली गेंद पर अपनी टीम के रन रेट को बढ़ाने का स्वर्णिम मौका था क्योंकि वनडे क्रिकेट में नो बॉल के बाद गेंदबाज की अगली गेंद को बैट्समेन के सामने फ्री हिट के तौर पर पेश किया जाता है.

इसका मतलब है कि बैट्समैन इस गेंद पर क्रिकेट के नियमों के तहत केवल रन आउट हो सकता है. बल्लेबाज अन्य प्रकार से आउट नहीं होता चाहे वो बोल्ड या कैच ही क्यों न कर लिया जाए. यानी फ्री हिट गेंद का सामना कर रहे एक बल्लेबाज के दिमाग में उस गेंद पर अधिकतम स्कोर कैसे करे बस यही चलता होता है. लेकिन यहां विराट ने कवर क्षेत्र में एक डिफेंशिव शॉट खेला और एक रन भी नहीं बटोर सका.

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विराट ने ऐसा क्यों किया यह किसी की समझ में नहीं आया. संभव है कि उसने अंपायर के नो बॉल के इशारे को नहीं देखा हो. वह यह नहीं जानता हो कि फेंकी जा रही बॉल फ्री हिट के लिए है. लेकिन क्या विराट जैसे संजीदा क्रिकेटर से ऐसी उम्मीद की जा सकती है?

बतौर बल्लेबाज मैदान में उतरने के बावजूद वो इतना लापरवाह कैसे हो सकता है कि नो बॉल के इशारे को देख या सुन तक न सका. इस एक शॉट से मैच के नतीजे पर प्रत्यक्ष या परोक्ष कोई असर पड़ता या नहीं यह कहना बहुत मुश्किल है लेकिन इसकी वजह से उनके प्रशंसक तो निश्चित तौर पर आहत हुए होंगे. यहां तक की मैच के कमेंटेटर भी विराट के इस शॉट से आश्चर्यचकित हो गए.

तब कोहली 8 गेंदों पर केवल 7 बना कर खेल रहे थे और टीम का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 21 रन था. अगर कोहली इस बॉल पर चौका या छक्का जड़ने की कोशिश करते तो रन रेट को निश्चित तौर पर फायदा पहुंचता और इसके साथ ही बांग्लादेशी गेंदबाजों और फील्डर्स पर दबाव.

कोहली आखिर में 23 रन बनाकर पवेलियन लौट गए और टीम इंडिया 200 रनों पर ऑल आउट हो गई. अंततः मैच बांग्लादेश ने 6 विकेट से जीतकर पहली बार भारत के खिलाफ वनडे सीरीज अपने नाम किया. बारिश से प्रभावित यह मैच बांग्लादेश के लिए जहां ऐतिहासिक साबित हुआ वहीं दूसरी ओर विराट कोहली को लेकर भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के दिमाग में एक सवाल तो छोड़ ही गया.

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