टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली आज अपना 28वां जन्मदिन माना रहे हैं. विराट ने बेहद ही कम समय में जिन बुलंदियों को छुआ है. शायद ही ऐसा कोई क्रिकेटर कर पाया है. विराट आज देश के ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे चहते क्रिकेटरों में से एक हैं. देश हो या फिर विदेश हर जगह कोहली के चाहने वालों की एक लंबी फौज है.
चीकू से कैसे बने विराट
विराट को करीब से जानने वाले और उनके टीममेट्स उन्हें 'चीकू' के नाम से पुकारते हैं. आखिर विराट का नाम चीकू कैसे पड़ा आईये आपको बताते हैं. इसके पीछे एक बेहद ही दिलचस्प कहानी है. बात उस समय की है जब विराट दिल्ली की रणजी टीम में नए-नए शामिल हुए थे और खुद को साबित करने की कोशिशों में जुटे थे. तब तक विराट ने सिर्फ 10 रणजी मुकाबले ही खेले थे. दिल्ली रणजी टीम में उन दिनों वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, रजत भाटिया और मिथुन मन्हास जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल थे और विराट इन सभी के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करके काफी खुश थे. उस समय दिल्ली और मुंबई की टीमें रणजी मुकाबले में टकरा रहीं थी. एक शाम विराट ने अपने होटल के पास एक हेयर सैलून देखा और वहां से बाल कटाकर नए लुक में होटल वापस आए. होटल में मौजूद दूसरे खिलाड़ियों से विराट ने अपने नए हेयर कट के बारे में पूछा कि यह कैसा लग रहा है. तो दिल्ली के सहायक कोच अजित चौधरी ने जवाब दिया कि तुम चीकू लग रहे हो और ऐसे विराट कोहली का नाम चीकू पड़ गया.
विराट कोहली ने 2008 में पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मुकाबला खेला
विराट कोहली जब अंडर 19 और रणजी मुकाबलों में खेल रहे थे. तभी से हर किसी को मालूम हो गया था की दिल्ली का ये चूकी एक दिन देश के लिए खेलेगा और विराट कोहली को श्रीलंका के खिलाफ 2008 में भारतीय वनडे टीम में शामिल कर लिया गया. उस सीरीज में विराट कुछ खास कमाल तो नहीं दिखा सके थे और सिर्फ एक ही हाफ सेंचुरी लगाई थी. लेकिन साल 2009 में विराट कोहली के बल्ले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने बल्ले का कामाल दिखाना शुरू किया. कोहली ने जोहानिसबर्ग में वेस्टइंडीज के खिलाफ नॉटआउट 79 रन की पारी खेली फिर कोलकाता में श्रीलंका के खिलाफ 107 रन बनाए. इसके बाद से ही कोहली के बल्ले ने अपने अंतराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
विदेशी जमीन पर खूब बनाए रन
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड जैसी टीमों के खिलाफ उन्हीं की धरती पर खूब रन बनाए और देखते ही विराट बल्लेबाज बना गए. क्रिकेट के हर फॉर्मेट में विराट ने अपनी बल्लेबाजी का जौहर दिखाया है. वो आज दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं. कोहली ने देश के लिए 176 वनडे मुकाबलों में 52.93 की औसत से 7570 रन बना चुके हैं. जिसमें उनके 26 शतक और 38 अर्धशतक शामिल हैं. जिस तरह से वो शतक जड़ रहे उससे ये लगने लगा है कि वो सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ेंगे.
कोहली को साल 2014-15 में टेस्ट टीम का कप्तान बनाया
विराट कोहली को साल 2011 में धोनी की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया. लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट कप्तानी छोड़ते ही उन्हें 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया. उस समय भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही थी. धोनी के संन्यास ने टीम को मुसीबत में ला दिया था. तो टीम में मनमुटाव की खबरें भी कोहली के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थीं. ऐसे में विराट कोहली ने न सिर्फ टीम को एकजुट किया बल्कि अपने खिलाड़ियों पर भरोसा जताते हुए टीम में आक्रामकता भी भरी. उस दौरे में विराट कोहली ने कप्तानी में पहले मैच में ही शतक जड़ा. कोहली चौथे ऐसे भारतीय कप्तान बने जिन्होंने कप्तानी करते हुए पहले ही मैच में शतक लगाया.
टेस्ट टीम की कप्तानी में हिट रहे हैं विराट
विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने श्रीलंका को श्रीलंका में और वेस्टइंडीज को वेस्टइंडीज में हराने में कामयाबी हासिल की. कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने अबतक श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, वेस्ट इंडीज और न्यूजीलैंड को हराने में कामयाब हुई है. वहीं बांग्लादेश से एक मैच की सीरीज ड्रॉ पर खत्म थी. कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने अब तक 16 टेस्ट खेले हैं, जिनमें टीम को नौ में जीत दो में हार मिली है, तो पांच मैच ड्रॉ रहे हैं. वहीं घरेलू मैदानों पर टीम ने एक भी मैच नहीं गंवाया है. विराट कोहली की कप्तानी में टीम तीन बार नंबर एक बन चुकी है.
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज पर है नजर
कोहली की कप्तानी में पहली बार भारतीय टीम जनवरी-फरवरी 2016 में नंबर एक बनी थी. इसके बाद टीम ने इसी साल अगस्त में नंबर एक की कुर्सी हासिल की थी और अब तीसरी बार न्यूजीलैंड को हराकर भारत ने यह उपलब्धि हासिल की है. साफ है कोहली की कप्तानी में टीम में और निखार और जीतने भूख बढ़ती जा रही है जो किसी भी टीम के लिए बहुत अच्छी बात साबित हो सकती है. अब कोहली की नजर इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैच की सीरीज पर कब्जा जामाने पर है. जिस तरह भारतीय टीम कोहली की अगुवाई में खेल रही है उससे ये साफ है कि इंग्लैंड की राह किसी भी लिहाज से आसान नहीं होगी. अबतक कोहली ने 48 टेस्ट मैच खेलते हुए करीब 46 की औसत से 6592 रन बनाए हैं. जिसमें 13 शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं.