खेल जगत में ऐसे भी कई हीरो हैं, जो अपनों को खोने के बाद भी नहीं टूटते. मैदान पर उतरते हैं और उसी जुनून के साथ खेलते हैं, जैसे पहले खेला करते थे. विराट कोहली ने भी पिता को खोने के बाद रणजी मैच में ही मैदान पर उतरकर 90 रनों की पारी खेली थी. इस बार भी रणजी में ऐसा ही जुनून विष्णु सोलंकी ने दिखाया है.
दरअसल, विष्णु सोलंकी के घर हाल ही में बेटी ने जन्म लिया था, जिसका निधन हो गया. इस सदमे के कारण विष्णु सोलंकी और उनका पूरा परिवार गम में डूब गया था. विष्णु ने अपनी नवजात बेटी का अंतिम संस्कार किया और अपने आप को संभाला.
इस सीजन के अपने पहले ही मैच में शतक जड़ा
इस बुरे समय को पीछे छोड़ते हुए विष्णु सोलंकी ने एक नई शुरुआत करने का मन बनाया. वह रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए वापस लौटे. उन्होंने अपनी बड़ौदा टीम को जॉइन किया. वह इस सीजन का पहला मैच चंडीगढ़ के खिलाफ 24 फरवरी को खेलने उतरे. यह मैच कटक में खेला जा रहा है.
इसी मैच में विष्णु सोलंकी ने शानदार पारी खेली. उन्होंने 161 बॉल पर 103 रनों की नाबाद पारी खेली. विष्णु 5वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे. विष्णु ने 63.97 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हुए पारी में 12 चौके जमाए.
बड़ौदा टीम ने चंडीगढ़ पर कसा शिकंजा
मैच में बड़ौदा टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. इसके बाद चंडीगढ़ की टीम को 168 रनों पर समेट दिया. चंडीगढ़ के लिए कप्तान मनन वोहरा ने सबसे ज्यादा 43 रनों की पारी खेली. वहीं, अभिमन्यु सिंह ने सबसे ज्यादा 5 विकेट झटके. जवाब में मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक बड़ौदा टीम ने 7 विकेट गंवाकर 398 रन बना लिए. विष्णु ने नाबाद 103 और ज्योत्स्निल सिंह ने 96 रन बनाए.