डेविड वॉर्नर ने गेंद से छेड़छाड़ मामले में अपनी भूमिका के लिए माफी मांगी है. उन्होंने अपनी पूरी जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है, जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बदनाम हुआ. वॉर्नर शनिवार को पहली बार मीडिया के सामने आए. इस दौरान वह अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए.
वॉर्नर ने कहा, 'टीम के साथियों और सहायक कर्मचारियों से माफी मांगता हूं और केपटाउन टेस्ट के तीसरे दिन जो कुछ भी हुआ उसके लिए मैं पूरी तरह जिम्मेदार हूं.' क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्नर को बॉल टेंपरिंग मामले में मुख्य साजिशकर्ता घोषित किया है. उन्हें जूनियर खिलाड़ी को कृत्रिम रूप से गेंद की शक्ल बदलने का निर्देश देने का आरोपी बनाया गया था.
Read the full transcripts from the Warner, Smith, Bancroft & Lehmann press conferences here: https://t.co/CsxflxQyCo pic.twitter.com/iqSoge4MUk
— cricket.com.au (@CricketAus) March 31, 2018
वॉर्नर को डर है कि वह दोबारा ऑस्ट्रेलिया की ओर से नहीं खेल पाएंगे. उन्हें लगता है कि उनकी संभावनाएं अब धूमिल हो चुकी हैं. हालांकि उन्होंने कहा,' मेरे दिमाग में उम्मीद की एक छोटी-सी किरण है कि मैं एक दिन अपने देश के लिए फिर से खेल पाऊंगा, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि अब ऐसा दोबारा नहीं हो सकता.'
आंसुओं के साथ वॉर्नर ने अपने बयान में कहा, 'इस विश्वासघात के लिए मैं अपने प्रशंसकों और खेल प्रेमियों से ईमानदारी से माफी मांगने के लिए आया हूं, जिन्होंने मेरी क्रिकेट यात्रा का भरपूर समर्थन किया और प्रेरित किया. मैंने आपको बुरी तरह से गिरा दिया. मुझे उम्मीद है कि एक दिन ऐसा आएगा, जब मैं संभवत: फिर से खोया हुआ सम्मान अर्जित कर पाऊंगा.'
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट में बॉल टेंपरिंग की घटना के बाद क्रिकेट की दुनिया में भूचाल आ गया था. विवाद में फंसे स्टीव स्मिथ और वॉर्नर पर एक साल का बैन लगाया गया है. इसके अलावा केमरन बेनक्रॉफ्ट पर 9 महीने का प्रतिबंध लगा है.
इस बैन के बाद वॉर्नर अब भविष्य में कभी भी ऑस्ट्रेलिया के कप्तान नहीं बन पाएंगे. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया कह चुका है कि वॉर्नर भविष्य में टीम के नेतृत्व के योग्य नहीं होंगे.