पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने अपनी राष्ट्रीय टीम के प्रबंधन को जिम्बाब्वे के खिलाफ होने वाले मैच से पहले लंबी बैठकों और चर्चाओं में भाग लेने से बचने की सलाह दी है. अकरम ने एक न्यूज चैनल से कहा, इस तरह की लंबी बैठकों और कड़े अभ्यास से कोई फायदा नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप में भारत और वेस्टइंडीज से हार के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों को सहज रहने की जरूरत है. हालांकि जो कुछ हुआ उसे बदला नहीं जा सकता है लेकिन अब खिलाड़ियों को एकजुट होकर बाकी मैचों में तरोताजा होकर उतरना चाहिए. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष शहरयार खान ने कल कहा था कि उन्होंने टीम के प्रदर्शन पर कप्तान मिस्बाह उल हक और टीम प्रबंधन से बात की जबकि अन्य रिपोर्टों में कहा गया है कि मुख्य कोच वकार यूनिस और मैनेजर नवेद चीमा ने ब्रिस्बेन में खिलाड़ियों से अलग अलग बात की है.
अकरम ने टीम प्रबंधन को बाकी मैचों में विशेषज्ञ विकेट कीपर सरफराज अहमद और चौथे गेंदबाज के साथ उतरने की सलाह दी है. इस बीच पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने अपने फेसबुक पेज पर यह लिखकर नयी चर्चा को जन्म दे दिया है कि दो कप्तान, दो कोच और बोर्ड के दो चेयरमैन रहते हुए टीम कैसे जीत सकती है. लतीफ ने यह पोस्ट मिस्बाह, शाहिद अफरीदी, मोइन खान, वकार यूनिस और बोर्ड में शहरयार खान और नजम सेठी के संदर्भ में लिखी है.
-इनपुट भाषा