इंग्लिश बैट्समैन जो रूट का कहना है कि अपने विश्वासों पर कायम रहने की वजह से उनकी टीम इस वर्ल्ड टी20 में एक ऐसी ताकत बनकर सामने आई है जिसे चुनौती देना आसान नहीं है.
टूर्नामेंट शुरु होने से पहले अंडरडॉग था इंग्लैंड
गौरतलब है कि वर्ल्ड टी20 से पहले इंग्लैंड की टीम खिताब जीतने की हकदार टीमों में शामिल नहीं मानी जा रही थी. लेकिन, अपने शानदार खेल से उसने फाइनल में जगह बनाई जहां उसका मुकाबला वेस्टइंडीज से होगा. रूट ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि हमारा नजरिया बदला है या अभ्यास को लेकर हमने कुछ बदलाव किए हैं या ऐसा ही कुछ और हुआ है. हम टूर्नामेंट में आए और अपने आप पर विश्वास बनाए रखा और अपनी क्रिकेट खेलते रहे. मेरे हिसाब से यही काफी महत्वपूर्ण बात रही है.'
द. अफ्रीका के खिलाफ जो रूट ने खेली थी जबरदस्त पारी
रूट ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सुपर-10 मैच में 44 गेंदों पर 83 रन की आतिशी पारी खेल टीम को 230 रनों का लक्ष्य हासिल करने में अहम भूमिका निभाई थी. रूट ने कहा, 'यह हार ना मानने का नतीजा था. यह इस पर निर्भर करता था कि हम कैसे खेलना चाहते हैं. आपस में यह विश्वास होना कि हम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत सकते हैं, और वहां से हमारा आत्म विश्वास बढ़ा. हर किसी ने किसी न किसी तरह से टीम में अपना योगदान दिया.'
हम सकारात्मक क्रिकेट खेलेंगे
फाइनल में अपनी विपक्षी टीम वेस्टइंडीज के बारे में रूट ने कहा, 'हमें सिर्फ अपना काम करना है, जिस तरह हम करना चाहते हैं. हमें सकारात्मक क्रिकेट खेलनी है. हम जानते हैं कि वेस्टइंडीज कितनी मजबूत टीम है. हमें उनको हराने के लिए अच्छा खेलना होगा.'