भारत ए के कोच राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया ए के हाथों 119 रन की हार को निराशाजनक करार देते हुए कहा कि उनके बल्लेबाजों को स्पिन के खिलाफ अपनी कमजोरियों का हल ढूंढना होगा और त्रिकोणीय वनडे सीरीज के अगले मैच में मजबूत वापसी करनी होगी.
निराशाजनक रहा प्रदर्शन
त्रिकोणीय सीरीज के अपने पहले मैच में भारत की टीम 334 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मात्र 215 रनों पर ही सिमट गई जिसके बाद द्रविड़ ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह हर तरफ से निराशाजनक प्रदर्शन रहा, पहले गेंद से, क्षेत्ररक्षण में भी और बल्लेबाजी में. अच्छी चीज यह है कि हमारे पास संभवत: चार मैच हैं और हम इसमें सुधार करने की कोशिश करेंगे.' द्रविड़ ने कहा कि मैदान पर रणनीति को सही तरह से लागू नहीं किया गया लेकिन उनके खिलाड़ी प्रेरित हैं और अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन करके चयनकर्ताओं को प्रभावित करने के मौके का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे.
प्रत्येक मैच को लेकर बेताब हैं खिलाड़ी
उन्होंने कहा, 'ये सभी खिलाड़ी युवा हैं और सभी चयनकर्ताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं. मुझे लगता है कि वे प्रत्येक मैच को लेकर बेताब हैं.' आपको बता दें कि भारत ए के खिलाडि़यों ने टेस्ट सीरीज और इस मैच में स्पिन गेंदबाजों का अच्छी तरह सामना नहीं किया. इस मामले पर द्रविड़ ने कहा कि उनके खिलाड़ी स्पिनरों को कहीं बेहतर तरीके से खेल सकते हैं लेकिन आज वे रणनीति को अमलीजामा पहनाने में विफल रहे.
स्पिन खेलने पर देना होगा ज्यादा ध्यान
उन्होंने कहा, 'यह ऐसा क्षेत्र है जिस पर हमें निश्चित तौर पर विचार करना होगा. आपको याद होगा कि टेस्ट मैच में मोईन अली और अन्य गेंदबाजों ने कैसी गेंदबाजी की थी. यहां हम बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे थे. लेग स्पिनर एडम जंपा हमेशा विकेट के लिए जोखिम उठाता है. जब आप 334 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे हो तो आपको काफी जोखिम उठाने होते हैं. मुझे लगता है कि निश्चित तौर पर हम स्पिनरों को कहीं बेहतर खेल सकते हैं. ईमानदारी से कहूं तो उन्होंने टेस्ट मैचों में हमारी तुलना में स्पिन को बेहतर खेला और वनडे में भी. हमने इस बारे में बात की है. हमने इस पर अभ्यास भी किया. इसे सिर्फ मैच में अमलीजामा पहनाने का सवाल है.
इनपुट :भाषा