दुनिया भर के क्रिकेट फैन्स को आने वाले दिनों में बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. 128 साल बाद क्रिकेट को फिर से ओलंपिक में जगह मिलने की संभावना दिख रही है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) का 140वां सत्र 15-17 अक्टूबर तक मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में आयोजित होना है. इस दौरान क्रिकेट को 1928 के लांस एंजेलिस ओलंपिक में शामिल किए जाने को लेकर फैसला हो सकता है.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने पुरुषों और महिलाओं दोनों इवेंट्स में छह-छह टीमों को शामिल करने का सुझाव दिया है क्योंकि आईओसी भाग लेने वाले एथलीटों की संख्या 10,500 तक सीमित करना चाहता है. यदि क्रिकेट को 1928 के लॉस एंजेलिस ओलंपिक में जगह मिलती है तो इसके टी20 फॉर्मेट में ही खेले जाने की पूरी संभावना रहेगी.
आपको बता दें कि क्रिकेट केवल एक बार 1900 के पेरिस ओलंपिक में शामिल हुआ था. तब ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस की टीमों ने इसमें हिस्सा लिया था. ग्रेट ब्रिटेन गोल्ड और फ्रांस सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहा थी. चौंकाने वाली बात यह थी कि ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस के बीच उस ओलंपिक में क्रिकेट का सिर्फ एक मैच खेला गया था और इसी मैच को फाइनल घोषित कर दिया गया था.
ऐसा रहा था फाइनल मुकाबला
टेस्ट मैच यूं तो पांच दिनों तक चलते थे, लेकिन पेरिस ओलंपिक सिर्फ दो दिनों में ये मैच खत्म हो गया था. इसके अलावा दोनों टीमों में 11 नहीं बल्कि 12 खिलाड़ी खेल रहे थे. ये मुकाबला 19 और 20 अगस्त, 1900 को खेला गया था. मैच की बात करें तो ग्रेट ब्रिटेन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 117 रन बनाए. फ्रेडरिक कमिंग ने सर्वाधिक 38 रन बनाए. फ्रांस की ओर से विलियम एंडरसन ने चार विकेट लिए. जबकि अन्य तीन गेंदबाजों एट्रिल, आर्थर मैकएवॉय और डगलस रॉबिन्सन के खाते में दो-दो विकेट आए थे.
जवाब में फ्रांस की टीम फ्रेडरिक क्रिश्चियन को खेलने में नाकाम रही और 78 रन पर पूरी टीम आउट हो गई. क्रिश्चियन ने सात विकेट झटके थे. ब्रिटेन को पहली पारी के आधार पर 39 रनों की बढ़त मिली. मैच के दूसरे दिन ब्रिटेन ने अपनी दूसरी पारी 145 रन पर घोषित कर दी और उसने फ्रांस को 185 रनों का टारगेट दिया. ब्रिटेन के गेंदबाजों के आगे फ्रांस के बल्लेबाजों की एक ना चली और पूरी टीम 26 रन पर आउट हो गई. ब्रिटेन ने उस मुकाबले को 158 रनों से अपने नाम किया.
कॉमनवेल्थ गेम्स में भी 24 साल बाद क्रिकेट शामिल हुआ
पिछले साल इंग्लैंड के बर्मिंघम में खेले गए 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में वूमेन्स क्रिकेट को शामिल किया गया था. यह 24 साल बाद हुआ था, जब क्रिकेट को कॉमनवेल्थ में जगह मिली थी. इससे पहले 1998 में पुरुष वनडे फॉर्मेट को कॉमनवेल्थ गेम्स में जगह मिली थी. पिछले साल के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने जीता था, वहीं टीम इंडिया सिल्वर मेडल जीतने में सफल रही थी.