क्रिकेट इतिहास में आज का दिन (26 मई) बेहद खास है. इसी दिन 11 साल पहले (2007 में) टेस्ट मैच की एक पारी में चार शतक पूरे हुए थे. भारतीय बल्लेबाज वसीम जाफर, राहुल द्रविड़, दिनेश कार्तिक और सचिन तेंदुलकर के बल्ले से ये शतक निकले थे. क्रिकेट की दुनिया ने पहली बार किसी टेस्ट की एक पारी में शीर्ष चार बल्लेबाजों को शतक पूरा करते देखा था.
बल्लेबाजी क्रमः एक के बाद एक शतक
नंबर-1: दिनेश कार्तिक- 129 रन
नंबर-2 : वसीम जाफर- 138 रन, रिटायर्ड इल
नंबर-3 : राहुल द्रविड़- 129 रन
नंबर-4 : सचिन तेंदुलकर- नाबाद 122 रन
#OnThisDay2007 - Karthik, Jaffer, Dravid & Tendulkar become the first top 4to all score centuries in one innings! pic.twitter.com/ns54ZTk4XN
—ICC (@ICC) May26, 2016
दरअसल, 25 मई, 2007 को मीरपुर (ढाका) में भारत और बांग्लादेश के बीच सीरीज का दूसरा और आखिरी टेस्ट शुरू हुआ. बांग्लादेश ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए कहा. भारत की पारी वसीम जाफर और दिनेश कार्तिक ने शुरू की. पहले दिन दोनों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 175 रन जोड़ लिये थे, चायकाल करीब था तभी गर्मी से परेशान कार्तिक (82 रन) को रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा.
इसके बाद वसीम जाफर का साथ निभाने राहुल द्रविड़ क्रीज पर आए. दोनों के बीच 106 रनों की साझेदारी हुई थी कि वसीम जाफर 138 रन बनाने के बाद अत्यधिक गर्मी की वजह वह बीमार हो गए और 'रिटायर्ड इल' घोषित किए गए. यानी बिना विकेट गिरे भारत ने 281 रन जोड़ लिये थे, और इस भागीदारी में तीन बल्लेबाज शामिल रहे.
अगले बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर थे, जिन्होंने राहुल द्रविड़ के साथ पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत के स्कोर को बिना किसी नुकसान के 326 रनों तक पहुंचा दिया. द्रविड़ 88 और सचिन 9 रनों पर नाबाद लौटे.
अगले दिन राहुल द्रविड़ ने अपना 24वां टेस्ट शतक जमाया. 408 रनों के स्कोर पर भारत का पहला विकेट गिरा, द्रविड़ 129 रन बनाकर पवेलियन लौटे. इसके बाद कार्तिक एक बार फिर क्रीज पर आए, जो पहले दिन 82 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हुए थे. उन्होंने अपने टेस्ट क्रिकेट का पहला शतक जमाया. वह 129 रन बनाकर आउट हुए.
दूसरी तरफ सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर का 37वां शतक जमाया और 122 रन बनाकर अविजित रहे. यानी 26 मई को भारत ने इतिहास रच दिया, जब टेस्ट मैच की एक पारी में टॉप ऑर्डर के चारों बल्लेबाजों ने शतक पूरे किए. भारत ने बाग्लादेश के खिलाफ अपनी पहली पारी 610/3 रन पर घोषित की. सौरव गांगुली 15 रन बनाकर आउट होने वाले तीसरे बल्लेबाज थे. महेंद्र सिंह धोनी 51 रन बनाकर नाबाद रहे. भारत ने वह टेस्ट मैच पारी और 239 रनों से जीता.
यही वह बांग्लादेश की टीम थी, जिसने 17 मार्च 2007 को वर्ल्ड कप मैच में भारत को 5 विकेट से शिकस्त देकर भारी उलटफेर किया था. जिससे राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत के अभियान को गहरा झटका लगा था.