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भारत वर्सेज पाकिस्तान, मोहाली और एडिलेड- 15 समानताएं

30 मार्च 2011 मोहाली, 15 फरवरी 2015 एडिलेड. भारतीय क्रिकेटर्स के लिए चार साल के अंतराल पर फैलीं दो यादगार तारीखें और जगहें. दोनों ही मौकों पर क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई. इन दोनों मैचों में 15 जबरदस्त समानताएं नजर आईं.

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भारत-पाकिस्तान का मैच
भारत-पाकिस्तान का मैच

30 मार्च 2011 मोहाली, 15 फरवरी 2015 एडिलेड . भारतीय क्रिकेटर्स के लिए चार साल के अंतराल पर फैलीं दो यादगार तारीखें और जगहें. दोनों ही मौकों पर क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई. इन दोनों मैचों में 15 जबरदस्त समानताएं नजर आईं.

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1. भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने दोनों ही मैचों में टॉस जीता.
2. भारत ने दोनों ही बार पहले बैटिंग की. मोहाली में भारत ने 9 विकेट के नुकसान पर 260 रन बनाए, जबकि एडिलेड में 7 विकेट के नुकसान पर 300 रन.
3. दोनों ही बार भारत के लिए एक ओपनर ने फिफ्टी मारी. मोहाली में सचिन ने 85 तो एडिलेड में शिखर ने 73 रन स्कोर किए.
4. डेथ ओवर्स में दोनों ही मौकों पर भारत कुछ लड़खड़ाता नजर आया. तसल्ली की बात यह रही कि रैना का बल्ला चला और स्कोर चुनौतीपूर्ण रहा. रैना ने मोहाली में 36 नॉटआउट स्कोर किया. एडिलेड में उन्होंने बोर्ड पर 74 रन टांगे.
5. पाकिस्तान की बॉलिंग को फिर एक चमकता सितारा दिखा. मोहाली में वहाब रिजाय ने 46 रन देकर पांच विकेट लिए थे. एडिलेड में सोहेल खान ने 55 रन देकर पांच विकेट लिए. ये दोनों ही बॉलर्स के लिए पहला मौका था, जब उन्हें किसी वनडे मैच में पांच विकेट मिले हों.
6. पाकिस्तान के मौजूदा वनडे दल के सबसे सफल बॉलर शाहिद अफरीदी दोनों ही मैचों में विकेटलैस रहे. मोहाली में उन्होंने 10 ओवर में 45 रन दिए. एडिलेड में उन्होंने 8 ओवरों में 50 रन लुटाए.
7. भारत के टॉप स्कोर को पाकिस्तानी खिलाड़ियों की चिकनी हथेलियों का दोनों ही बार खूब फायदा मिला. मोहाली में सचिन तेंदुलकर का कैच पाकिस्तानी सूरमाओं ने चार बार टपकाया. सचिन ने 85 रन बनाए. एडिलेड में विराट कोहली को 107 रन की पारी के दौरान दो जीवनदान मिले.
8. विराट कोहली को दोनों ही मैकों पर उमर अकमल ने कैच किया. मोहाली में विराट 9 रन पर खेल रहे थे. जब उन्होंने वहाब रियाज की गेंद को हिट किया और बैकवर्ड प्वाइंट पर उमर अकमल ने कैच लपका. एडिलेड में विराट 107 रन पर खेल रहे थे. उन्होंने सोहेल खान की गेंद को कवर पर मारना चाहा, मगर गेंद बल्ले को साइड से चुम्मी देते हुए विकेटकीपिंग कर रहे उमर अकमल के दस्तानों में समा गई.
9. दोनों ही मैचों में भारत का एक इनफॉर्म बैट्समैन पहली बॉल पर डक आउट हुआ. दोनों ही बार उनके स्टंप उखड़े. मोहाली में जबरदस्त फॉर्म में चल रहे युवराज सिंह को पहली ही बॉल पर वहाब रियाज ने चलता किया. वहीं एडिलेड में अजिंक्य रहाणे सोहेल खान की बॉल पर बोल्ड हुए.
10. अब बात पाकिस्तान की पारी की. पड़ोसी मुल्क की टीम दोनों ही बार ऑल आउट हुई. मोहाली में पाकिस्तान ने 49.5 ओवर में 231 रन बनाए. एडिलेड में यह टीम 47 ओवर में 224 रन पर ढेर हो गई.
11. भारतीय बॉलर्स ने दोनों ही मौकों में मिलकर निपटाया पाक लप्पेबाजों को. नतीजतन, कोई पांच विकेट जैसी करामात की जरूरत नहीं पड़ी. मोहाली में जहीर खान ने दो विकेट लिए. नेहरा, पटेल, हरभजन और युवी के हिस्से भी दो दो विकेट आए. एडिलेड में शमी ने 4 विकेट लिए. उमेश, मोहित को 2-2 विकेट और अश्विन, जडेजा को एक एक विकेट मिला.
12. दोनों ही बार, पाकिस्तान का एक ओपनर सस्ते में निपटा, जबकि दूसरा जमने के बाद मगर फिफ्टी से पहले आउट हुआ. मोहाली में कामरान अकमल को जहीर खान ने 19 रन पर निपटा दिया था. टीम का स्कोर था 44 रन. दूसरे ओपनर मोहम्मद हफीज 43 रन बनाकर आउट हुए थे. एडिलेड में यूनिस खान को शमी ने 6 पर आउट किया. पाकिस्तान का स्कोर था तब 11 रन. दूसरे ओपनर अहमद शहजाद 47 रन पर यादव का शिकार बने.
13. पाकिस्तान के सबसे बक्का खिलाड़ी, जिन्हें उनके मुल्क वाले बूम-बूम अफरीदी कहते हैं. दोनों ही मैचों में फुलटॉस पर छक्का मारने की कोशिश में दिल्ली के लड़कों को कैच थमाकर आउट हुए. ये दोनों ही लड़के भारतीय टीम के उस वक्त उपकप्तान थे. सेहवाग और कोहली. दोनों बार अफरीदी कवर के इलाके में उन्होंने ये नेमत उछाली. मोहाली में भज्जी की गेंद पर उन्हें सेहवाग ने लपका. तब वह 17 गेंद पर 19 रन बना चुके थे. एडिलेड में उन्होंने शमी की फुलटॉस पर बल्ला घुमा दिया. गेंद फिर आसमान में और जब नीचे, तो जमीं चूमने से पहले विराट कोहली की हथेलियों में सुस्ताने लगी. शाहिद ने एडिलेड में 22 गेंदों पर 22 रन बनाए.
14. पाकिस्तान के लिए दोनों ही बार मिस्बाह उल हक टॉप स्कोरर रहे. मोहाली में उन्होंने 56 रन बनाए. जबकि एडिलेड में वह 76 रन बनाकर आउट हुए. एक और बात. दोनों ही बार सिर्फ वही थे पाकिस्तान की टीम में, जो 50 का आंकड़ा पार कर पाए.
15. दोनों ही मैचों में भारत की जीत के पीछे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की चतुर रणनीति की चर्चा हुई. हालांकि बल्ले से दोनों ही बार वह कुछ खास नहीं कर पाए. मोहाली में उन्होंने 25 रन बनाए तो एडिलेड में वह 18 रन पर आउट हो गए.
16. दोनों ही मैच क्रिकेट डिप्लोमैसी के लिए भी याद रखें जाएंगे. 2011 के सेमिफाइनल को देखने के लिए भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री गिलानी को आमंत्रित किया. वह आए, दोनों ने साथ मैच भी देखा. इस बार भारतीय प्रधानमंत्री ने क्रिकेट के बहाने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से बातचीत की. मोदी ने ट्विटर पर भी बधाई संदेश साझा किया.
और सबसे सुंदर समानता और यह समानता दो नहीं बल्कि पूरे छह बार से या कहें कि हर बार से जारी है. भारत ने क्रिकेट के इस धुर विरोधी को हर बार पटककर मारा. 1992 में 43 रन से. 1996 में 39 रन से. 1999 में 47 रन से. 2003 में 6 विकेट से. 2011 में 29 रन से. और सबसे ताजा, कल रविवार 15 फरवरी 2015 को 76 रन से.

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