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मिस्बाह और अफरीदी ने अधूरे सपनों के साथ ODI को कहा अलविदा

वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से मिली हार के बाद पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह उल हक और शाहिद अफरीदी ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया. मिस्बाह और अफरीदी ने पाकिस्तान को वर्ल्ड चैंपियन बनाने के अधूरे ख्वाब के साथ वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया.

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Shahid Afridi and Misbah ul huq
Shahid Afridi and Misbah ul huq

वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से मिली हार के बाद पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह उल हक और शाहिद अफरीदी ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया. मिस्बाह और अफरीदी ने पाकिस्तान को वर्ल्ड चैंपियन बनाने के अधूरे ख्वाब के साथ वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया.

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हालांकि दोनों ने वर्ल्ड कप से पहले ही वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की बात कही थी. मिस्बाह टेस्ट क्रिकेट खेलते रहेंगे, जबकि अफरीदी अब सिर्फ टी-20 क्रिकेट में ही खेलेंगे. 40 वर्षीय मिस्बाह उल हक ने 162 वनडे मैचों में एक भी सेंचुरी नहीं जड़ी, जबकि उनके नाम पर 5122 रन दर्ज हैं. मिस्बाह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं, जिनके खाते में इतने वनडे रन हैं, लेकिन इसमें एक भी सेंचुरी शुमार नहीं है.

इसके अलावा पाकिस्तान के लिए कप्तान के तौर पर मिस्बाह ने 3003 रन बनाए, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में मिस्बाह दूसरे नंबर पर हैं, उनसे ज्यादा रन सिर्फ इमरान खान ने कप्तान के तौर पर बनाए हैं. इमरान के नाम पर 3247 रन दर्ज हैं.

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वहीं 1996 में श्रीलंका के खिलाफ अपनी पहली वनडे सीरीज में सिर्फ 37 गेंद में सेंचुरी जमाकर चमके बूम-बूम अफरीदी अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की बखिया उधेड़ने में माहिर थे. उन्होंने 398 वनडे में 8064 रन बनाए और 395 विकेट लिए. वह 2011 वर्ल्ड कप टीम के कप्तान रहे, जिसमें भारत ने मोहाली में हुए सेमीफाइनल में पाकिस्तान को हराया था. अफरीदी 400 विकेट का आंकड़ा छूने से महज पांच विकेट से चूक गए.

इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के लिए आईसीसी ने ट्वीट किया हैः


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