वर्ल्ड कप 2015 से कई तरह की दिलचस्प खबरें आ रही हैं. लेकिन मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के मुकाबले के बारे में एक मजेदार खबर आई है. पूर्व इंटरनेशनल अंपायर डैरेल हेयर ने उस मैच में अंपायरिंग कर रहे दोनों अंपायर अलीम डार और बिली बाउडेन से पूछा है कि एक गेंद में दो खिलाड़ी कैसे आउट हो सकते हैं? बिल्ली बाउडेन इस मैच में थर्ड अंपायर थे.
दरअसल, मैच के दौरान इंग्लैंड के बल्लेबाज जेम्स टेलर को तेज गेंदबाज जोश हैजलवुड ने एलबीडब्ल्यू करने की अपील की. उसे अंपायर अलीम डार ने आउट दे दिया. लेकिन उसने इसके रिव्यू की मांग की, जिसके तहत पाया गया कि वह आउट नहीं था. उधर, दूसरी ओर आउट की एक अपील दूसरे सिरे के बल्लेबाज जेम्स एंडर्सन के खिलाफ हुई. एंडर्सन इस दौरान दौड़ गए थे और ग्लेन मैक्सवेल ने एक थ्रो से उनकी गिल्लियां उड़ा दीं थीं.
दूसरे छोर के अंपायर ने मामला थर्ड अंपायर बिली बाउडेन को सौंप दिया. उन्होंने एंडर्सन को आउट करार दे दिया. इसके साथ ही मैच खत्म हो गया. इस मामले पर हेयर ने कहा कि दोनों अंपायरों ने खेल के नियमों को समझा ही नहीं और ताबड़तोड़ फैसले कर दिए. इससे उनकी योग्यता पर सवाल उठ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि एक ही गेंद पर दो खिलाड़ी कैसे आउट हो सकते हैं?
उन्होंने कहा कि जब एलबीडब्ल्यू की अपील हुई तो गेंद डेड हो गई. ऐसे में दूसरे खिलाड़ी को आउट करने के लिए अपील कैसे सुनी जा सकती है? यह बहुत ही बुनियादी बात है और इस बात के लिए दोनों अंपयारों को निकाल देना चाहिए. आईसीसी की एक्सपर्ट कमिटी ने भी मैच के बाद इस गलती को माना और कहा कि उस समय जब टेलर को एलबीडब्लू करार दिया गया था तो गेंद डेड हो गई थी. ऐसे में रन आउट नहीं हो सकता.
हालांकि इस फैसले का मैच पर कोई असर नहीं पड़ा क्योंकि इंग्लैंड के लिए तब 111 रन बनाना नामुमकिन था. हां, टेलर शतक बना सकते थे क्योंकि वह 98 पर नाबाद रह गए. हेयर वही अंपायर हैं, जिन्होंने मुथैया मुरलीधरण के बॉलिंग एक्शन पर उंगलियां उठाई थीं और उसे संदेहास्पद करार दिया था.