14 फरवरी से शुरू होने वाला वर्ल्ड कप कितना रोचक हो सकता है इसका अंदाजा प्रैक्टिस मैच देखकर ही लगाया जा सकता है. प्रैक्टिस मैचों में कुछ अप्रत्याशित रिजल्ट देखने को मिले हैं. बुधवार को कमजोर समझी जा रही जिम्बाब्वे की टीम ने मौजूदा उप-विजेता श्रीलंकाई टीम को सात विकेट से हरा दिया.
बर्ट सटक्लिफ ओवल मैदान पर खेले गए अपने दूसरे और आखिरी प्रैक्टिस मैच में 1996 की वर्ल्ड चैंपियन श्रीलंका को 7 विकेट से हरा दिया. टॉस हारने के बाद जिंबाब्वे को 280 रनों का लक्ष्य मिला, लेकिन टीम ने हैमिल्टन मासाकाद्जा की नाबाद 117 रनों की शानदार पारी की बदौलत 45.2 ओवर में ही तीन विकेट खोकर 281 रन बना लिए. मासाकाद्जा ने 119 गेंदों की पारी में आठ चौके और तीन छक्के लगाए.
विकेटकीपर-बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर (63) और सिन विलियम्स (51 नाबाद) ने भी जीत में अहम भूमिका निभाई. पहले दोनों सलामी बल्लेबाजों के 35 रनों के अंदर पवेलियन लौटने के बाद मासाकाद्जा और टेलर ने तीसरे विकेट के लिए 127 रन की साझेदारी की. टेलर के आउट होने के बाद विलियम्स ने भी मासाकाद्जा के साथ चौथे विकेट के लिए नाबाद 119 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई.
श्रीलंका की ओर से लसिथ मलिंगा एक भी विकेट हासिल नहीं कर सके. नुवान कुलसेकरा, सुरंगा अकमल और तिलकरत्ने दिलाशान को एक-एक विकेट मिला. इससे पहले दिमुथ करुणारत्ने (58) और जीवन मेंडिस (51) की बढ़िया पारियों के दम पर श्रीलंका ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 279 रन बनाए. जिंबाब्वे के विलियम्स ने तीन विकेट हासिल किए.
इनपुट IANS से