मैनचेस्टर में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 रनों से हारकर टीम इंडिया वर्ल्ड कप 2019 से बाहर हो गई है. न्यूजीलैंड से मिले 240 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही. टीम इंडिया एक वक्त 6 विकेट के नुकसान पर 92 रन बनाकर जूझ रही थी. लेकिन पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने अपने प्रदर्शन से टीम इंडिया की लाज बचा ली और शर्मनाक हार से बचा लिया.
The sword twirl comes out ⚔️
Ravindra Jadeja brings up a brilliant fifty from just 39 balls 💪
He's keeping India in this game - can he take them over the line?#INDvNZ | #CWC19 | #TeamIndia pic.twitter.com/WWJDgInWaE
— Cricket World Cup (@cricketworldcup) July 10, 2019
दोनों ही बल्लेबाजों ने सातवें विकेट के लिए 116 रनों की साझेदारी की. जडेजा ने मैच में 77 और धोनी ने 50 रनों की पारी खेली. अपनी पारी के दौरान जडेजा ने कई शानदार शॉट लगाए, वहीं धोनी समझदारी से खेलते हुए सिंगल लेते रहे और बीच में एक चौका और एक छक्का भी जड़ा.
जडेजा ने अपने खेल से जीता दिल
रवींद्र जडेजा ने इस मैच में हर क्षेत्र में शानदार खेल दिखाया. पहले फील्डिंग में रन बचाया और फिर संकट में टीम इंडिया के लिए ऐसी पारी खेली की, जो लंबे वक्त तक याद की जाएगी.
जडेजा ने पहले फील्डिंग में जलवा बिखेरते हुए न्यूजीलैंड के अनुभवी बल्लेबाज रॉस टेलर को रन आउट किया. इसके अलावा उन्होंने कीवी टीम के कप्तान केन विलियमसन और टॉम लेथम का कैच लिया. उन्होंने गेंदबाजी भी काफी किफायती की. जडेजा ने अपने कोटे के 10 ओवरों में महज 34 रन दिए और न्यूजीलैंड के ओपनर निकोल्स का विकेट झटका. रवींद्र जडेजा वर्ल्ड कप के नॉकआउट राउंड में 8 नंबर पर अर्धशतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ जडेजा ने 59 गेंदों पर 77 रन की पारी खेली. उनकी इस पारी में 4 चौके और 4 छक्के शामिल थे.
धोनी ने बांधे रखी उम्मीदें...
महेंद्र सिंह धोनी ने टीम इंडिया के लिए आखिर तक उम्मीदें बनाई रखी. धोनी जब मार्टिन गप्टिल के थ्रो पर आउट हुए उस वक्त टीम इंडिया का स्कोर 48.3 ओवर में 216 रन था. धोनी जब तक क्रीज पर थे तब तक ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया को इस मैच को जीत सकती है, लेकिन उनके आउट होते ही सभी उम्मीदें टूट गई और वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने का सपना भी टूट गया.