वर्ल्ड कप 2015 में पहला और करियर का पांचवां शतक लगाने वाले सुरेश रैना (नाबाद 110) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 85) ने वर्ल्ड कप में पांचवें विकेट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी करके भारत को ईडन पार्क मैदान पर शनिवार को खेले गए आईसीसी विश्व कप-2015 के पूल-बी के अपने अंतिम मैच में जिम्बाब्वे पर छह विकेट से जीत दिला दी. देखें, मैच का पूरा स्कोर कॉर्ड
इस वर्ल्ड कप में भारत की यह लगातार छठी और 2011 से अब तक लगातार 10वीं जीत है. भारत के लिए यह जीत हालांकि उतनी आसान नहीं रही. भारत ने जिम्बाब्वे द्वारा दिए गए 288 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय 92 रनों पर रोहित शर्मा (16), शिखर धवन (4), विराट कोहली (38) और अजिंक्य रहाणे (19) के रूप में चार अहम विकेट गंवा दिए थे, लेकिन वर्ल्ड कप में अपना पहला शतक लगाने वाले रैना और धोनी ने मिसाल पेश करते हुए 196 रनों की साझेदारी के साथ अपनी टीम को 48.4 ओवरों में जीत तक पहुंचा दिया.
'मैन ऑफ द मैच' रैना है ना
बाएं हाथ के बल्लेबाज रैना ने 104 गेंदों का सामना कर नौ चौके और चार छक्के लगाए, जबकि अपने करियर का 57वां अर्धशतक लगाने वाले धोनी ने 76 गेंदों पर आठ चौके और दो छक्के लगाए. धोनी ने छक्के के साथ भारत को जीत दिलाई.
इन दोनों ने रॉबिन सिंह और अजय जडेजा द्वारा 1999 वर्ल्ड कप में पांचवें विकेट के लिए की गई 141 रनों की साझेदारी को पीछे छोड़ा. यह वर्ल्ड कप में भारत की लगातार 10वीं जीत है. भारत ने वर्ल्ड कप में अब तक के सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की है.
दोनों बल्लेबाजों ने इस वर्ल्ड कप में भारत के लिए किसी भी विकेट के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी की. दोनों ने धवन और रोहित के आयरलैंड के खिलाफ पहले विकेट के लिए जोड़े गए 174 रनों के रिकार्ड को तोड़ा.
शुरुआती झटकों से बढ़ा दबाव
एक समय भारत ने 21 रन के कुल योग पर अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे. रोहित ने 21 गेंदों पर दो चौके लगाए. धवन तो 20 गेंदों पर सिर्फ एक चौका लगा सके. इसके बाद कोहली और रहाणे ने तीसरे विकेट के लिए 50 रन जोड़े लेकिन अर्धशतकीय साझेदारी होने के साथ रहाणे दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए.
रहाणे का विकेट 71 के कुल योग पर गिरा. इसके बाद कोहली को 92 के कुल योग पर रजा ने बोल्ड किया. कोहली ने 48 गेंदों पर चार चौके लगाए. कोहली की विदाई के बाद रैना और धोनी ने संयम के साथ खेलते हुए भारत को लगातार छठी जीत तक पहुंचाया.
भारत अपने सभी मैच जीतकर ग्रुप-बी में शीर्ष पर है. वह पहले ही क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की कर चुका है. वहीं, जिम्बाब्वे को छह मैचों में एक जीत मिली और उसके केवल दो अंक हैं.
जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों का दिलेर प्रदर्शन
इससे पहले, अपने विदाई मैच में शानदार शतक लगाने वाले कार्यकारी कप्तान ब्रेंडन टेलर (138) और सीन विलियम्स (50) की शानदार पारियों की बदौलत जिम्बाब्वे ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए खराब शुरुआत से उबरते हुए 48.5 ओवरों का सामना कर 287 रन बनाए.
एक समय जिम्बाब्वे ने 11, 13 और 33 रनों के कुल योग पर अपने तीन विकेट गंवा दिए थे. चामू चिभाबा (7) को मोहम्मद शमी ने चलता किया, जबकि हेमिल्टन मसाकाद्जा (2) को उमेश यादव ने चलता किया. सोलोमन मिरे (9) का विकेट मोहित शर्मा ने लिया.
इसके बाद हालांकि अपने करियर का आठवां शतक लगाने वाले टेलर और विलियम्स ने चौथे विकेट के लिए 93 रन जोड़ते हुए टीम को मजबूती दी. विलियम्स का विकेट 126 के कुल योग पर गिरा. विलियम्स ने 57 गेंदों का सामना कर तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए.
टेलर ने की अश्विन-जडेजा की पिटाई
विलियम्स की विदाई के बाद टेलर ने क्रेग इर्विन (27) के साथ पांचवें विकेट के लिए 109 रन जोड़े. इसी साझेदारी के दौरान टेलर ने अपना शतक पूरा किया और साथ ही सर्वाधिक रनों की दौड़ में जिम्बाब्वे की ओर से तीसरे सबसे सफल एकदिवसीय बल्लेबाज बने. उनके नाम 5258 रन हैं. एंडी फ्लावर (6786) और ग्रांट फ्लावर (6571) ही उनसे आगे हैं.
टेलर ने 99 गेंदों पर शतक पूरा किया. उनकी 110 गेंदों की पारी में 15 चौके और पांच छक्के शामिल हैं. टेलर और इर्विन के आउट होने के बाद सिकंदर रजा (28) और रेगिस चाकाब्वा (10) ने 35 रनों की साझेदारी की, लेकिन इसके बाद जिम्बाब्वे की टीम लय से भटक गई और अंतिम पांच ओवरों में 36 रन जोड़ते हुए चार विकेट गंवाए.
भारत की ओर से मोहम्मद समी, उमेश यादव और मोहित शर्मा ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि रविचंद्रन अश्विन को एक सफलता मिली. अश्विन हालांकि काफी महंगे साबित हुए. उन्होंने अपने कोटे के 10 ओवरों में 75 रन खर्च किए. भारतीय गेंदबाजों ने लगातार छठे मैच में विपक्षी टीम के सभी विकेट चटकाए.
भारतीय टीम अब 19 मार्च को मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर दूसरे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश का सामना करेगी.