भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 नवंबर से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारतीय क्रिकेट से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लेंगे. बंगाल के इस 40 साल के विकेटकीपर ने 2010 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू के बाद से 40 टेस्ट और 9 वनडे मैच खेले.
साहा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) भी नहीं खेलेंगे. साहा आईपीएल के पिछले सीजन में गुजरात टाइटन्स (GT) का हिस्सा थे. साहा ने सोशल मीडिया पर जारी पोस्ट में कहा, 'क्रिकेट में एक शानदार सफर के बाद यह मेरा आखिरी सत्र होगा. मैं आखिरी बार बंगाल का प्रतिनिधित्व करने और संन्यास लेने से पहले केवल रणजी ट्रॉफी में खेलने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं.'
After a cherished journey in cricket, this season will be my last. I’m honored to represent Bengal one final time, playing only in the Ranji Trophy before I retire. Let’s make this season one to remember! pic.twitter.com/sGElgZuqfP
— Wriddhiman Saha (@Wriddhipops) November 3, 2024
उन्होंने रविवार देर रात जारी पोस्ट में कहा, 'आइए इस सत्र को यादगार बनाएं.' पिछले साल केंद्रीय अनुबंध सूची से बाहर होने से पहले साहा लंबे समय तक भारत की टेस्ट टीम का हिस्सा रहे.
ऋद्धिमान साहा पहली बार साल 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल हुए थे. जब तक एमएस धोनी रहे, टेस्ट टीम में उनकी जगह पक्की नहीं हो पाई थी. साल 2014 में धोनी के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद ऋद्धिमान को टेस्ट में नियमित मौके मिले. ऋद्धिमान साहा ने आखिरी बार साल 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला खेला था. उसके बाद से वो टीम से बाहर चल रहे थे. साहा अब 40 साल के हो चुके हैं और उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भी मौका नहीं मिला था, ऐसे में उन्होंने रिटायरमेंट लेना ही उचित समझा.
ऐसा रहा साहा का इंटरनेशनल करियर
ऋद्धिमान साहा ने 40 टेस्ट मैचों में 29.41 की 1353 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से तीन शतक और छह अर्धशतक निकले. बतौर विकेटकीपर साहा ने टेस्ट में 92 कैच लिए और 12 स्टम्पिंग किए. साहा कौ नौ वनडे इंटरनेशनल मुकाबले में भी भाग लेने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने कुल 41 रन बनाए.