भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) का फाइनल अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है. इस महामुकाबले का आज आखिरी दिन है. आज तय हो जाएगा कि WTC की ट्रॉफी कप्तान विराट कोहली थामेंगे या केन विलियमसन या दोनों.
मैच के दो दिन बारिश के कारण धुलने के बाद इस मुकाबले में रिजर्व डे का इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे पहले पांचवें दिन गेंदबाजों की बदौलत टीम इंडिया ने मैच में वापसी. न्यूजीलैंड टीम ने पांचवें दिन की शुरुआत 101-2 से की. वह मजबूत स्कोर की ओर बढ़ रही थी, लेकिन मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए उसकी पारी को 249 रनों पर ही रोक दिया. न्यूजीलैंड को पहली पारी में 32 रनों की लीड मिली.
टीम इंडिया की ये कमजोरी फिर आई सामने
शमी और ईशांत के दम पर टीम इंडिया ने मैच में वापसी तो की है लेकिन उसकी पुरानी कमजोरी एक बार फिर सामने आई. भारतीय गेंदबाज पुछल्ले बल्लेबाजों को जल्द आउट करने में नाकाम रहे. एक समय न्यूजीलैंड के 7 विकेट 192 पर उखड़ चुके थे. वह भारत से 25 रन पीछे थी.
न्यूजीलैंड के आखिरी तीन विकेट ने 57 रन जोड़े. इसमें टिम साउदी और केन विलियमसन के बीच आठवें विकेट के लिए 29 रनों की साझेदारी अहम रही. इसके बाद 9वें विकेट के लिए साउदी और वेगनर ने 13 और 10वें विकेट के लिए साउदी और बोल्ट के बीच 15 रनों की पार्टनरशिप हुई. ये साझेदारियां भले ही छोटी रहीं लेकिन महत्वपूर्ण रहीं.
192 रन पर 7 विकेट लेने के बाद टीम इंडिया के पास न्यूजीलैंड को 200 रनों के अंदर समेटने का मौका था. वह 15-20 रनों की लीड भी ले सकती थी. लेकिन हुआ ठीक उल्टा. आखिरी तीन विकेट ने जो 57 रन जोड़े थे उसकी बदौलत न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया पर 32 रनों की बढ़त ले ली.
लो स्कोरिंग वाले मैच और खासतौर से जब समय कम बचा हो तो ये 32 रन भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं. टीम इंडिया अगर ये 32 रनों की लीड नहीं देती तो वह मैच के आखिरी दिन (रिजर्व डे) मजबूत स्थिति में होती और जीत के लिए भी जा सकती थी. क्योंकि अगर 32 रन टीम इंडिया के खाते में जोड़ दें तो पांचवें दिन का खेल खत्म होने तक उसका स्कोर 96 (64+32) पर दो होता.
न्यूजीलैंड अगर 200 के अंदर सिमट जाती तो टीम इंडिया के पास बल्लेबाजी करने के लिए और समय होता. क्या पता वह 30 से 40 रन और जोड़ लेती. इसके बाद टीम इंडिया जब रिजर्व डे पर मैदान पर उतरती तो पहले सेशन में तेजी से रन बटोरने की कोशिश करती. 30 ओवर के सत्र में अगर टीम इंडिया 100-150 का स्कोर भी कर लेती तो उसके खाते में करीब 250 रन जुड़े जाते और ऐसे में न्यूजीलैंड को चेज करने के लिए एक टारगेट देती.
भारतीय गेंदबाजों के पास 10 विकेट के लिए दो सेशन होते और मौजूदा भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को देखते हुए ये संभव भी हो सकता था. न्यूजीलैंज की ओर से आखिरी तीन विकेट ने जो 57 रन जोड़े वो टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को दर्द तो जरूर दे रहे होंगे. ये 57 रन दो साल की मेहनत को खराब भी कर सकते हैं. क्योंकि 2019 से जारी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में टीम इंडिया ने बेहतरीन खेल दिखाया है.