भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल के शुरू होने की घड़ी करीब आ रही है. साउथैम्पटन में 18-22 जून तक होने वाले इस खिताबी मुकाबले पर हिंदुस्तान की नजरें टिकी होंगी. भारतीय क्रिकेट के लिए ये ऐतिहासिक पल होगा.
WTC का आयोजन पहली बार हो रहा है और टीम इंडिया ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया. विराट ब्रिगेड सपने को हकीकत में बदलने से सिर्फ एक कदम दूर है और उम्मीद है कि कोहली की टीम इंग्लैंड में वो कारनामा कर देगी, जिसका इंतजार देश के क्रिकेट फैन्स पिछले 8 साल से कर रहे हैं.
8 साल से नहीं आई आईसीसी की ट्रॉफी
भारतीय टीम के खाते में 2013 के बाद से आईसीसी की ट्रॉफी नहीं आई है. टीम इंडिया ने 8 साल पहले इंग्लैंड में ही आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी पर कब्जा किया था, तब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे. भारतीय टीम 2017 में आईसीसी की ट्रॉफी जीतने के करीब आई थी, लेकिन पाकिस्तान ने उसका सपना तोड़ दिया था. ये मौका था 2017 आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में.
वैसे तो टीम इंडिया ने इंग्लैंड में कई सीरीज पर कब्जा जमाया है. 2002 की नेटवेस्ट ट्रॉफी भी उनमें से एक है, हालांकि ये आईसीसी की ट्रॉफी नहीं थी.
1983 में कपिल की कप्तानी में टीम इंडिया का करिश्मा
2013 से 30 साल पहले यानी 1983 में टीम इंडिया इंग्लैंड में पहली बार ऐसी ट्रॉफी जीती थी जिसमें अलग-अलग देशों की क्रिकेट टीमों ने हिस्सा लिया था. ये ट्रॉफी थी वर्ल्ड कप की. कपिल देव की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप पर कब्जा कर दुनिया को बता दिया था कि वह क्रिकेट में कुछ बड़ा करने आई है.
1983 से अब तक भारतीय क्रिकेट में बहुत बदलाव आया है. टीम इंडिया वो मुकाम हासिल करते जा रही है, जो एक दौर में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमें किया करती थीं. ये दोनों टीमें कई सालों तक अपराजित रहीं. इन्हें हराना मानो एक सपना होता था.
अब ऐसा ही कुछ टीम इंडिया के साथ हो रहा है. वो जहां भी जाती है जीतकर ही आती है. कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया चैम्पियन बनने के इरादे से ही इंग्लैंड गई है और क्रिकेट फैन्स को पूरी उम्मीद है कि वह वहां पर इतिहास रचेगी और कोहली पहली बार आईसीसी की ट्रॉफी को अपने हाथों से उठाएंगे. इसके साथ ही भारतीय टीम वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप और WTC का खिताब जीतने वाली पहली टीम हो जाएगी.
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