भारत क्रिकेट प्रेमियों का देश है लेकिन प्रशंसकों का क्रिकेट प्रेम अबतक सिर्फ टीम इंडिया कही जाने वाली पुरुष टीम तक ही सीमित था. लेकिन इस साल 23 जुलाई से देश की महिला क्रिकेट टीम को भी एक नई पहचान मिली.
आमतौर पर महिला क्रिकेट के मैचों का प्रसारण टीवी पर नहीं किया जाता. दलील दी जाती है कि वहां न तो पुरुष टीम जैसे बड़े नाम हैं और न ही प्रायोजकों की लंबी कतारें. इस बार देश क्या दुनियाभर ने भारतीय महिलाओं की प्रतिभा को देखा, परखा और पहचाना.
भारतीय महिला टीम ने अंधेरे से निकलकर इंग्लैंड के लॉर्ड्स तक अपनी चमक बिखेर दी. भारतीय टीम महिला विश्व कप 2017 की उपविजेता रही, लेकिन हमारे लिए वो किसी विजेता से कम नहीं. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड टीम के मुट्ठी में माने जाने वाला महिला विश्व कप इस बार इंग्लैंड से छिनते-छिनते बच गया.
भारत ने टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड, वेस्डइंडीज, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका जैसे टीमों को पछाड़ते हुए फाइनल का सफर तय किया. ये 2005 के बाद दूसरा मौका था जब भारत विश्व कप का उपविजेता बना.
महिला विश्वकप के फाइनल मुकाबले में भारत को महज 9 रन से शिकस्त का सामना करना पड़ा. लेकिन टूर्नामेंट में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा. इसी साल 20 जुलाई के दिन भारतीय खेल प्रेमियों ने महिला क्रिकेट के एक नए सितारे को भी पहचाना, नाम है हरमनप्रीत कौर.
हरमनप्रीत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्वकप सेमीफाइनल में 171 रनों की नाबाद पारी खेलकर सबको चौंका दिया. हरमनप्रीत ने इस मैराथन पारी में 20 चौके और 7 छक्के जड़कर कंगारू गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी.
टीम इंडिया की अनुभवी कप्तान मिताली राज ने भी इस साल सुर्खियों में रहीं. मिताली के नेतृत्व में न सिर्फ टीम विश्वकप की उपविजेता रही बल्कि शानदार बल्लेबाजी के बदौलत मिताली ICC रैंकिंग में शीर्ष पायदान पर हैं. मिताली के अलावा अनुभवी गेंदबाज झूलन गोस्वामी भी ICC रैंकिंग में नंबर दो पायदान पर हैं.
इस साल खेले गए विश्व कप से भारतीय महिला क्रिकेट के प्रति लोगों का ध्यान गया, लेकिन जरूरत हैं उन्हें उसी तरह के सपोर्ट की जैसा हम अपनी पुरुष क्रिकेट टीम को देते आए हैं.