पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार रहे यूसुफ योहाना ने 1998 में अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था. यूसुफ योहाना पाकिस्तान की क्रिकेट टीम में गैर मुस्लिम खिलाड़ी के तौर पर जुड़े. वह ईसाई धर्म से थे, लेकिन 2004 में वह धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गए और उन्होंने अपना नाम मोहम्मद यूसुफ रखा.
बता दें कि पूर्व PAK तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने अपने पाकिस्तानी टीम के पूर्व साथी खिलाड़ी दानिश कनेरिया के साथ भेदभाव को लेकर बात कही हैं. अख्तर ने एक चैट शो में कहा कि पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया हिंदू था इस वजह से उसके साथ भेदभाव किया जाता था. पाकिस्तान एक मुस्लिम देश है और पाक की क्रिकेट टीम में गैर मुस्लिम होने के कारण उन खिलाड़ियों के साथ भेदभाव किया जाता था.
इस्लाम धर्म अपनाने से पहले यूसुफ योहाना ईसाई धर्म का पालन करते थे. यूसुफ ने 1998 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया. यूसुफ ने 88 टेस्ट खेलकर 53.07 की औसत से 7431 रन बनाए. उन्होंने 282 वनडे में 42.39 की औसत से 9624 रन जोड़े.
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साल 2006 में यूसुफ ने 11 टेस्ट मैचों में 1788 रन बनाए, जिसमें 9 शतक और 3 अर्धशतक शामिल थे. यूसुफ ने 99.33 की औसत से रन बनाए थे. एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड आजतक कायम है. मार्च 2010 में न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया दौरे पर शर्मनाक हार के बाद पीसीबी ने मोहम्मद यूसुफ को अनिश्चित समय के लिए क्रिकेट से बैन कर दिया था.
पीसीबी ने युसूफ पर टीम में गुटबाजी करके मनोबल गिराने का आरोप लगाया गया. तब युसूफ ने कहा था, 'बोर्ड ने मुझे पत्र लिखकर कहा कि मैंने ऑस्ट्रेलिया में टीम का माहौल खराब किया है.' मोहम्मद यूसुफ ने इसके बाद रिटायर होने का फैसला किया. जुलाई 2010 में पाकिस्तानी टीम की इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में बुरी तरह हार के बाद यूसुफ को वापस बुलाया गया. इसी सीरीज में उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था.