टीम इंडिया के स्टार लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टी-20 मैच में शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने तीन ओवर्स में 24 रन देकर 2 विकेट हासिल किए. चहल की इस मेहनत पर बल्लेबाजों ने पानी फेर दिया और टीम इंडिया पहला मैच गंवा बैठी. सीनियर स्पिनर होने के बावजूद चहल को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला था. चहल के ऊपर अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा जैसे स्पिनर्स को तवज्जो दी गई.
अब चहल ने टीम सेलेक्शन को लेकर बयान दिया है. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें वनडे सीरीज में क्यों मौका नहीं मिला था? विंडीज के खिलाफ वनडे मैचों में न चुने जाने पर चहल ने कहा कि टीम की पहली प्राथमिकता टीम कॉम्बिनेशन है और ये कुछ नया नहीं है, पहले भी ऐसा होता था. आमतौर पर नंबर-7 पर अक्षर पटेल या रवींद्र जडेजा खेलते हैं और कुलदीप इस समय अच्छे लय में हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए टीम उनको खिला रही है.
वनडे मैचों में मौका नहीं मिलने पर चहल ने ये कहा
चहल ने कहा, 'तीन स्पिनर तभी खेलेंगे जब उनकी मददगार पिच मिलेगी, इसलिए मेरा चांस नहीं बन रहा. मैं नेट्स में अभ्यास कर रहा हूं और मौका मिलने पर अपना 100 प्रतिशत दूंगा.' बता दें कि युजवेंद्र चहल ने अपना आखिरी वनडे मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ इसी साल 24 जनवरी को खेला था. इस मैच में उन्होंने 7.2 ओवर्स में 43 रन देकर 2 विकेट लिए थे.
चहल ने आगे कहा, 'हम सब प्रोफेशनल क्रिकेटर हैं. मैं दो महीने बाद क्रिकेट खेल रहा हूं. आखिरी बार आईपीएल में खेला था. ये कोई व्यक्तिगत खेल नहीं है. आप यहां टीम के लिए खेल रहे हैं. ऐसा समय आता है, जब खिलाड़ी 2 सीरीज के लिए बाहर बैठता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं वो टीम का हिस्सा नहीं है.'
स्टार लेग स्पिनर चहल ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि हर दिन ब्लू जर्सी पहन रहा हूं. मैं घर पर तो नहीं बैठ रहा हूं. टीम के साथ यात्रा तो कर रहा. मैं टीम का हिस्सा हूं.' मैंने चेस खेला, जो एक व्यक्तिगत गेम है. क्रिकेट उससे काफी अलग है और यह टीम गेम है. चुने गए 15 खिलाड़ियों में सिर्फ 11 ही प्लेइंग 11 में खेल सकते हैं.'
वनडे सीरीज में टीम इंडिया ने किए थे कई बदलाव
दरअसल, भारतीय टीम ने 27 जुलाई से 1 अगस्त तक वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली थी, जिसमें टीम इंडिया ने मेजबानों को 2-1 से मात दी थी. वनडे सीरीज में भारत की तरफ से प्लेइंग-11 में काफी बदलाव देखने को मिले थे. कई युवा खिलाड़ियों को मैदान पर उतरने का मौका मिला.
आखिरी दो वनडे में कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम दिया गया था. रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में हार्दिक पंड्या ने टीम की कमान संभाली थी. इतने बदलाव देखने के बाद वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा का मानना है कि भारतीय खिलाड़ियों के पास इतना टैलेंट है कि वे अपनी दूसरी और तीसरी टीम भी बना सकते हैं.