इंडिया-पाकिस्तान के बीच उतने मैच नहीं खेले गए, जितनी उनके बीच मैदान पर हुए मुकाबलों से जुड़ी कहानियां मौजूद हैं. कई कहानियां तो ऐसी हैं जिन्होंने मैच के नतीजों से ज्यादा सुर्खियां बटोरी हैं और आज भी उन मैच की चर्चा उन कहानियों की वजह से ही ज्यादा होती है. ऐसी ही एक कहानी है 31 अक्टूबर 1984 की. वैसे तो भारतीय इतिहास में ये तारीख पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की वजह से याद की जाती है लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि इस दिन पाकिस्तान में भारत और पाक की टीमें भी आमने-सामने थीं. उस वक्त भी जब यहां दिल्ली के सफ़दरजंग रोड वाले बंगले में इंदिरा के सीने में गोलियां उतारी जा रही थीं. जैसे ही ये खबर सियालकोट के उस स्टेडियम में पहुंची तो वहां मौजूद हजारों दर्शक तालियां बजाने लगे. बात थोड़ा हैरान करती है लेकिन यही इतिहास है, चलिए पूरा किस्सा सुनाते हैं.