फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के पहले क्वार्टर फाइनल में दो बार की विजेता उरुग्वे का सामना 1998 की विजेता फ्रांस से होगा. बेहतरीन फॉर्म में चल रही दोनों टीमें निजनी नोवगोरोद स्टेडियम में सेमीफाइनल में जाने की कोशिश में होंगी.
फ्रांस और उरुग्वे दोनों क्वार्टर फाइनल में दिग्गज खिलाड़ियों की टीमों को हराकर आई हैं. उरुग्वे ने प्री-क्वार्टर फाइनल में क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पुर्तगाल को हराया था, तो वहीं फ्रांस ने लियोनेल मेसी की अर्जेंटीना को शिकस्त दे अपने खिताबी अभियान को जिंदा रखा है.
यह मैच एक तरीके से दोनों टीमों के मजबूत डिफेंस की परीक्षा होगी. आत्मविश्वास से भरी दोनों टीमों के बीच की जंग रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है.
उरुग्वे ने अभी तक एक भी मैच नहीं गंवाया है और सिर्फ एक गोल खाया है. वहीं, अजेय तो फ्रांस भी रही है, लेकिन उसने अभी तक का इस विश्व कप का पहला ड्रॉ खेला है.
चोटिल कवानी को सहारा देते रोनाल्डो
उरुग्वे के लिए सबसे बड़ी चिंता यह है कि पुर्तगाल के खिलाफ दो गोल करने वाले उसके स्ट्राइकर एडिंसन कवानी चोटिल हैं. प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्हें चोट लग गई थी और इसलिए उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा था. वह क्वार्टर फाइनल में खेलेंगे या नहीं इस पर अभी संदेह है. कोच ऑस्कर तबरेज के लिए उनके विकल्प का चुनाव मुश्किल होगा.
कवानी के न होने से उरुग्वे को एक नकुसान यह भी है कि टीम के सबसे बड़े खिलाड़ी लुईस सुआरेज का असरदार जोड़ीदार मैच में नहीं होगा, जो सुआरेज को कमजोर भी कर सकता है. पिछले मैच में कवानी ने सुआरेज की मदद से ही गोल किए थे. यह जोड़ी इशारे भर में विपक्षी टीम की नाक के नीचे से गोल कर जाती है.
वहीं, फ्रांस के डिफेंस ने मेसी जैसे खिलाड़ी को बांधे रखा, वो एक गोल कर गए थे, लेकिन उसके बाद वह खुलकर नहीं खेल पाए. फ्रांस में सैमुएल उम्तिति, राफेल वरान के ऊपर उरुग्वे के अटैक को रोकना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है. फ्रांस के लिए इस मैच में एक चिंता का विषय यह है कि वो ब्लासे माटुइडी के स्थान पर किसे मैदान पर उतारेगी, जो निलंबन के कारण यह मैच नहीं खेल पाएंगे.