वीडियो सहायक रेफरी (VAR) प्रणाली फुटबॉल वर्ल्ड कप में चर्चा के केंद्र में है. इस प्रणाली को ‘न्यूनतम हस्तक्षेप’ के लिए लाया गया था, लेकिन इसका बेहद अहम एवं विवादित असर पड़ रहा है.
सोमवार को ग्रुप-बी के मुकाबले में इंजुरी टाइम तक पुर्तगाल का ग्रुप में शीर्ष पर आना और स्पेन का दूसरे स्थान पर रहना तय था, लेकिन वीडियो सहायक रेफरी अधिकारियों ने दो अलग-अलग मैचों में सब कुछ बदल कर रख दिया.
कैलिनिनग्राद स्टेडियम में वीएआर के कारण स्पेन को बराबरी का मौका मिला, जब मैदानी रेफरी के ऑफ साइड के फैसले को बदलकर स्पेन के पक्ष में गोल दिया गया, जिससे उसने मोरक्को के खिलाफ मुकाबला 2-2 से बराबर कर दिया.
साथ ही सारांस्क में पराग्वे के रेफरी एनरिके कासेरेस ने ईरान को पेनल्टी दी, जिसे ईरान ने गोल में बदलकर पुर्तगाल के खिलाफ एक-एक से बराबरी कर ली. एनरिके ने पुर्तगाल के सेड्रिक सोरेस के हैंडबाल पर यह पेनल्टी दी, जबकि उन्होंने संभवत: ऐसा जान बूझकर नहीं किया था.
इसके साथ ही यूरोपीय चैंपियन पुर्तगाल ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहा, जबकि स्पेन ने शीर्ष स्थान हासिल किया. अब क्रिस्टियानो रोनाल्डो की टीम अंतिम 16 में उरुग्वे से भिड़ेगी, जबकि स्पेन इस बात से संभवत: खुश होगा कि उसे मॉस्को में मेजबान रूस के खिलाफ खेलना है और पुर्तगाल की तुलना में उसके लिए मामला आसान होगा.