कतर में खेले जा रहे फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में आज (18 दिसंबर) फ्रांस का सामना अर्जेंटीना से होना है. यह फाइनल मुकाबला भारतीय समयानुसार रात 8.30 बजे से दोहा के लुसैल स्टेडियम में खेला जाएगा. मौजूदा चैम्पियन फ्रांस जहां तीसरी बार खिताब जीतने की कोशिश करेगी. वहीं लियोनेल मेसी की अर्जेंटीना का भी लक्ष्य तीसरी बार खिताब जीतने पर होगा. फ्रांस ने मोरक्को और अर्जेंटीना ने क्रोएशिया को हराकर खिताबी मुकाबले में जगह पक्की की है.
...तो नहीं मिलेगी ओरिजनल ट्रॉफी
फाइनल मुकाबले के बाद विजेता टीम को जो ट्रॉफी दी जाएगी उसकी भी कहानी काफी दिलचस्प है. आज के फाइनल मुकाबले की विजेता टीम को ओरजिनल ट्रॉफी केवल जश्न मनाने के लिए ही दी जाएगी. पुरस्कार समारोह के बाद फीफा के अधिकारी विजेता टीम से असली ट्रॉफी ले लेंगे. यानी कि फ्रांस/अर्जेंटीना की टीम को यह ट्रॉफी अपने घर ले जाने के लिए नहीं मिलेगा. इसकी जगह विजेता टीम को डुप्लिकेट ट्रॉफी दी जाएगी. यह डुप्लिकेट ट्रॉफी (Replica) कांस्य की होती है और उसपर सोने की परत लगी होती है.
देखा जाए तो फीफा वर्ल्ड कप की ओरिजनल ट्रॉफी ज्यादातर समय ज्यूरिख स्थित फीफा के हेडक्वार्टर में ही रहती है. फीफा वर्ल्ड कप टूर, वर्ल्ड कप के मुकाबले के दौरान ही इसे दुनिया के सामना लाया जाता है. साल 2005 में फीफा ने नियम बनाया था कि विजेता टीम ओरिजनल ट्रॉफी अपने घर नहीं ले जाएगी.
पहले दी जाती थी जूल्स रिमेट ट्रॉफी
पहली बार फुटबॉल वर्ल्ड कप की शुरुआत 1930 में हुई थी. उस समय विजेता टीम को जो ट्रॉफी दी गई थी उसका नाम जूल्स रिमेट ट्रॉफी था. जूल्स रिमेट ट्रॉफी 1970 तक चैम्पियन टीमों को प्रदान की गई. इसके बाद वर्ल्ड कप ट्रॉफी को नए सिरे से डिजाइन किया गया. नई ट्रॉफी को डिजाइन करने का काम इटालियन आर्टिस्ट सिल्वियो गजानिया को दिया गया था. साल 1974 के सीजन से यही ट्रॉफी दी जाती है जिसे फीफा वर्ल्ड कप ट्रॉफी कहा जाता है.
18 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल
फीफा वर्ल्ड कप ट्रॉफी का वजन लभग 6.175 किलोग्राम है और इसे बनाने में 18 कैरेट गोल्ड (75 प्रतिशत) का इस्तेमाल किया गया है. ट्रॉफी की लंबाई 36.8 सेंटीमीटर और इसके सतह का व्यास 13 सेंटीमीटर है. ट्रॉफी के बेस पर मैलाकाइट स्टोन की दो लेयर लगाई गई हैं. साल 1994 में इस ट्रॉफी में थोड़ा बदलाव करके विजेता टीम का नाम लिखने के लिए इसके निचले हिस्से में एक प्लेट लगाई गई थी. आपको याद दिला दें कि फाइनल मुकाबले की विजेता टीम को 347 करोड़ और रनर-अप को 248 करोड़ रुपये दिए जाने हैं.
टॉप-चार टीमों की प्राइज मनी:
विजेता- 347 करोड़ रुपये
उप-विजेता- 248 करोड़ रुपये
क्रोएशिया- 223 करोड़ रुपये
मोरक्को- 206 करोड़ रुपये