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IPL Final: चेन्नई को चौथी बार चैम्पियन बना पाएंगे धोनी? फाइनल में KKR का बड़ा चैलेंज

आईपीएल के 14वें सीजन के फाइनल में शुक्रवार को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की टीमें आमने-सामने होंगी. दशहरे के दिन दुनिया भर के क्रिकेटप्रेमियों की नजरें ‘कैप्टन कूल’ पर टिकी होंगी, जो पीली जर्सी में एक बार फिर चेन्नई को विजेता बनाने उतरेंगे.

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MS Dhoni vs Eoin Morganm (Twitter)
MS Dhoni vs Eoin Morganm (Twitter)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आज दुबई में IPL 2021 का फाइनल मुकाबला
  • धोनी की चेन्नई के सामने KKR की चुनौती

आईपीएल के 14वें सीजन के फाइनल में शुक्रवार को दुबई में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की टीमें आमने-सामने होंगी. करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के सामने विश्व विजेता कप्तान इयोन मॉर्गन की चुनौती है. दशहरे के दिन दुनिया भर के क्रिकेटप्रेमियों की नजरें ‘कैप्टन कूल’ पर टिकी होंगी, जो पीली जर्सी में एक बार फिर चेन्नई को विजेता बनाने उतरेंगे. यह खिताबी मुकाबला भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे शुरू होगा.

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आंकड़ों पर गौर करें तो चेन्नई की टीम 12 सीजन में 9वीं बार फाइनल में पहुंची है. इस दौरान 2 सीजन में वह लीग से बाहर थी. चेन्नई  तीन बार चैम्पियन बनी, जबकि पांच बार वह फाइनल में हारी. दूसरी तरफ, केकेआर ने दोनों खिताब गौतम गंभीर की कप्तानी में जीते हैं. केकेआर ने 2012 में आखिरी खिताब जीता था, जब उसने चेन्नई के खिलाफ दो गेंदें बाकी रहते 191 रनों का लक्ष्य हासिल किया था.

पिछले साल लीग चरण से बाहर होने वाली पहली टीम बनी चेन्नई यादगार वापसी करके इस बार फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बनी. चेन्नई के लिए चौथा खिताब जीतने की संभावना इस बात पर निर्भर करती है कि वह केकेआर की स्पिन तिकड़ी वरुण चक्रवर्ती, शाकिब अल हसन और सुनील नरेन का सामना कैसे करते हैं. तीनों ने टूर्नामेंट में 7 से कम की औसत से प्रति ओवर रन दिए हैं.

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IPL: CSK vs KKR- ऐसा है रिकॉर्ड

आईपीएल (2008-2021) में दोनों के बीच अब तक 24 मुकाबले हो चुके हैं. चेन्नई ने 16 में बाजी मारी, जबकि केकेआर को 8 में जीत मिली. पिछले 5 मैचों की बात करें, तो भी चेन्नई का पलड़ा भारी है. उसने 4 बार कोलकाता को शिकस्त दी है. 

धोनी का मंत्र है कि अनुभव पर भरोसा करो. उन्होंने ऋतुराज गायकवाड़ का मार्गदर्शन किया, जब 2020 में क्वालिफिकेशन का दबाव उन पर नहीं था. ऋतुराज इस सत्र में तीन अर्धशतकों समेत 600 से ज्यादा रन बना चुके हैं. धोनी ने अपनी नेतृत्व क्षमता के दम पर अगले साल ही नहीं, बल्कि आने वाले कई सालों तक के लिए टीम की नींव मजबूत कर दी है.

चेन्नई के पास अनुभव की कमी नहीं है. धोनी 40 पार कर चुके हैं, जबकि ड्वेन ब्रावो 38, फाफ डु प्लेसी 37, अंबति रायडू और रॉबिन उथप्पा 36 साल के हैं. मोईन अली और रवींद्र जडेजा भी 30 पार हैं.

अपने संसाधनों का सही प्रयोग करने की कला में धोनी को महारत हासिल है. इस सत्र में सभी ने देखा कि धोनी के चहेते और आईपीएल के लीजेंड सुरेश रैना को भी टीम से बाहर बैठना पड़ा. बढ़े हुए वजन और खराब फॉर्म से जूझ रहे रैना की जगह उथप्पा ने ली और दिल्ली के खिलाफ टीम की जीत के सूत्रधार रहे.

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KKR को अपने स्टार वेंकटेश पर भरोसा

दूसरी ओर केकेआर के पास विश्व कप विजेता कप्तान हैं, जिन्होंने सीमित ओवरों के क्रिकेट में इंग्लैंड टीम का कायाकल्प किया है. कई का मानना था कि मॉर्गन की जगह रसेल को कप्तानी सौंपनी चाहिए, लेकिन मोर्गन पर टीम प्रबंधन ने भरोसा किया. उन्होंने शुभमन गिल से ही पारी की शुरुआत कराना जारी रखा और आखिर गिल के बल्ले से रन निकले. वेंकटेश अय्यर पर किए गए भरोसे का भी टीम को फायदा मिला है.

टीमें इस प्रकार हैं -

चेन्नई सुपर किंग्स: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सुरेश रैना, अंबति रायडू, केएम आसिफ, दीपक चाहर, ड्वेन ब्रावो, फाफ डु प्लेसिस, इमरान ताहिर, एन जगदीशन, कर्ण शर्मा, लुंगी एनगिडी, मिशेल सेंटनर, रवींद्र जडेजा, ऋतुराज गायकवाड़, शार्दुल ठाकुर, आर साई किशोर, मोईन अली, के गौतम, चेतेश्वर पुजारा, हरिशंकर रेड्डी, भगत वर्मा, सी हरि निशांत, डोमिनिक ड्रेक्स.

कोलकाता नाइट राइडर्स: इयोन मॉर्गन (कप्तान), दिनेश कार्तिक, गुरकीरत सिंह मान, करुण नायर, नीतीश राणा, राहुल त्रिपाठी, शुभमन गिल, हरभजन सिंह, कमलेश नागरकोटी, कुलदीप यादव, लॉकी फर्ग्यूसन, पवन नेगी, एम प्रसिद्ध कृष्णा, संदीप वॉरियर , शिवम दुबे, टिम साउदी, वैभव अरोड़ा, वरुण चक्रवर्ती, आंद्रे रसेल, बेन कटिंग, शाकिब अल हसन, सुनील नरने, वेंकटेश अय्यर, शेल्डन जैक्सन, टिम सीफर्ट.

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