इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) कें 15वें सीजन में 8 की बजाय 10 टीमें खेलती दिखेंगी. इसके लिए दो नई टीमों की घोषणा 25 अक्टूबर को होगी. दो नई टीमों के आईपीएल से जुड़ने के बाद लीग मैचों की संख्या में जाहिर तौर पर बढ़ोतरी होगी और टूर्नामेंट भी थोड़ा लंबा खिंच सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईपीएल की दो नई टीमों की रेस में अहमदाबाद और लखनऊ का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है.
... ऐसा पहली बार नहीं होगा
ऐसा पहली बार नहीं होगा जब आईपीएल के एक सीजन में 10 टीमें खेलेंगी. इससे पहले 2011 में भी 10 टीमों ने भाग लिया था. उस सीजन पुणे वॉरियर्स और कोच्चि टस्कर्स केरला ने अपना आईपीएल डेब्यू किया था. इसके बाद 2012 के सीजन से पहले कोच्चि टस्कर्स को हटा दिया गया था, जिसके चलते आईपीएल के 2012 और 2013 सीजन में 9 टीमों ने हिस्सा लिया. फिर 2014 के सीजन से आईपीएल 8 टीमों के फॉर्मेट में खेला जा रहा है.
तब चेन्नई ने जीता था खिताब
2011 में आईपीएल के चौथे सीजन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु (RCB) को 58 रनों से हराकर दूसरी बार खिताब जीता था. चेपॉक में खेले गए फाइनल मुकाबले में एमएस धोनी की कप्तानी वाली सीएसके ने 20 ओवरों में 205/5 का स्कोर खड़ा किया था. जवाब में डेनियल वेटोरी की कप्तानी वाली आरसीबी 20 ओवरों में 8 विकेट पर 147 रन ही बना सकी थी.
आरसीबी के सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उस सीजन की ऑरेंज कैप जीती थी. गेल के बल्ले से उस सीजन 12 पारियों में कुल 608 रन निकले थे. वहीं, मुंबई इंडियंस (MI) के लसिथ मलिंगा ने पर्पल कैप पर कब्जा किया था. इस श्रीलंकाई तेज गेंदबाज ने 16 मैचों में 28 विकेट अपने नाम किए थे.
ऐसा रह सकता है फॉर्मेट
10 टीमों के भाग लेने के चलते आगामी आईपीएल सीजन में 2011 वाला फॉर्मेट वापस आ सकता है. उस सीजन में कुल 74 मुकाबलों का आयोजन हुआ था, तब भी सभी टीमों ने 14-14 लीग मुकाबले खेले थे. और अब 2022 के सीजन में भी इतने ही मुकाबले खेले जाने की संभावना है.
अब होना है मेगा ऑक्शन
आईपीएल 2021 के लिए खिलाड़ियों की नीलामी जनवरी में आयोजित की सकती है. आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन के नियमों को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा तो नहीं हुई है. लेकिन उम्मीद है कि दो नई फ्रेंचाइजी को शामिल करने के कारण मौजूदा रिटेंशन नियमों में कुछ बदलाव हो सकते हैं. हो सकता है कि बीसीसीआई मेगा नीलामी से पहले टीमों को चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की इजाजत दे और राइट टू मैच कार्ड का विकल्प समाप्त हो जाए.
मौजूदा नियमों के मुताबिक अगर फ्रेंचाइजी तीन खिलाड़ियों को रिटेन करती है, तो उसकी बजट राशि से 15 करोड़, 11 करोड़ और 7 करोड़ रुपये की कटौती की जाती है. अगर टीम दो प्लेयर्स को रिटेन करती है तो 12.5 करोड़ और 8.5 करोड़ रुपये काटे जाते हैं. वहीं, एक ही खिलाड़ी को रिटेन करने पर बजट राशि से 12.5 करोड़ रुपये काटे जाने का प्रावधान है.
कुछ खिलाड़ी रिटेन नहीं होने की बजाय ऑक्शन में जाना पसंद कर सकते हैं. इसके पीछे वजह यह होगी कि बजट राशि में वृद्धि होने के साथ ही दो नई टीमें भी शामिल हो रही हैं. ऐसे में फ्रेंचाइजी टीमों में डेविड वॉर्नर जैसे खिलाड़ियों को खरीदने के लिए होड़ मच सकती है. कुछ प्रमुख भारतीय क्रिकेटर्स भी नीलामी के लिए अपने नाम आगे बढ़ाते दिख सकते हैं.