ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन एक इंजीनियर हैं. ऐसा माना जाता है कि इंजीनियर्स किसी भी मौके पर एक अलग राय और पहलू के साथ आपके सामने उतर सकते हैं. रविचंद्रन अश्विन अक्सर क्रिकेट की दुनिया में ऐसे ही कुछ वाकये और क्रांतिकारी सोच को क्रिकेट फैन्स के सामने रखते हैं.
राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए अश्विन ने एक ऐसी ही रणनीति सभी के सामने पेश की. अक्सर वॉर्म अप मुकाबलों में बल्लेबाजों की तैयारी के लिए अपनाया जाने वाला रिटायर्ड आउट नियम का प्रयोग एक बड़े टूर्नामेंट के बड़े मुकाबले में किया.
रविचंद्रन अश्विन ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मुकाबले में खुद को रिटायर्ड आउट करार देकर नए बल्लेबाज को तेज गति से रन बनाने के लिए क्रीज पर बुलाया. अश्विन ने पारी के 19वें ओवर में जब उनसे बडे हिट नहीं लग रहे थे, तब खुद को रिटायर कर रियान पराग को क्रीज पर बुलाया.
राजस्थान ने पारी के स्लॉग ओवरों में 30 रन बटोरे, अश्विन की जगह नए बल्लेबाज रियान पराग ने 4 गेंदों में एक छक्के के साथ 8 रन बनाए. राजस्थान ने अपनी पारी 165 रनों पर खत्म की और लखनऊ को सिर्फ 3 रनों से मात दी.
साल 2019 में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते हुए राजस्थान रॉयल्स के जोस बटलर को मांकड़ आउट कर खेल पलटने के पीछे भी अश्विन को श्रेय देते हैं. मांकड़ के बाद उनकी आलोचना भी हुई, जिसके बाद अश्विन ने बखूबी तरीके से खेल के हर पहलू को सामने रख कर खुद का बचाव किया था.
आईपीएल के पिछले सीजन में ही रविचंद्रन अश्विन दिल्ली के लिए खेलते हुए कोलकाता के कप्तान इयोन मोर्गन से भिड़ गए थे. दरअसल मोर्गन ने अश्विन पर खेल भावना के विपरीत जाने का आरोप लगाया था. जिसका जवाब एक बार फिर से अश्विन ने खेल के नियमों को सामने रखते हुए दिया था.
दरअसल उस वक्त अश्विन पर मोर्गन ने आरोप लगाया था कि बल्लेबाज ने गेंद लगने के बावजूद अश्विन ने रन भागने की कोशिश की, जो खेल भावना के विपरीत माना जाता है. मोर्गन की इस बात का जवाब अश्विन ने खेल के नियमों को सामने रखते हुए दिया था.