इंडियन प्रीमियर लीग एक ऐसा मंच है, जहां पर कुछ ही बॉल में किसी भी खिलाड़ी की किस्मत पलट जाती है. गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच हुए मुकाबले में भी कुछ ऐसा ही हुआ. लखनऊ के खिलाफ जब मैच फंसा हुआ था, तब गुजरात टाइटन्स के अभिनव मनोहर सदारंगानी ने सिर्फ 7 बॉल में मैच पलट दिया.
गुजरात टाइटन्स को लखनऊ के खिलाफ आखिरी 30 बॉल में 68 रनों की जरुरत थी. डेविड मिलर और राहुल तेवतिया की जोड़ी तब क्रीज़ पर थी और दोनों ने मैच पलटना शुरू किया. लेकिन तभी डेविड मिलर का विकेट गिर गया. इसके बाद क्रीज़ पर अभिवन मनोहर आए, जिन्होंने राहुल तेवतिया के साथ मिलकर मैच फिनिश किया.
अभिनव मनोहर ने सात बॉल खेलीं, इसमें 15 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने ताबड़तोड़ तीन चौके लगाए, जो उस वक्त टीम की जीत के लिए काफी जरूरी थे. क्योंकि अगर वहां विकेट गिरता या डॉट बॉल होती तो लखनऊ के पाले में मैच जा सकता था.
मैच खत्म होने के बाद गुजरात टाइटन्स के कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा कि आपको आने वाले वक्त में अभिनव मनोहर के बारे में काफी कुछ सुनने को मिलेगा. हार्दिक ने कहा कि अभिनव एक शानदार प्लेयर है, जो अपने खेल से हर किसी को प्रभावित करता है.
बता दें कि गुजरात टाइटन्स ने अभिनव मनोहर को मेगा ऑक्शन में 2.60 करोड़ में खरीदा था. 27 साल के अभिनव कर्नाटक से आते हैं और घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त खेल दिखाकर हर किसी का दिल जीत चुके हैं.
अगर अभिनव मनोहर की कहानी को जानें तो उनकी चचेरी बहन भी क्रिकेट खेलती हैं, वह जर्मनी की महिला क्रिकेट टीम की सदस्य हैं. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इस बार अभिनव मनोहर ने काफी रन बरसाए, कुछ बड़े खिलाड़ी कर्नाटक की टीम में नहीं थे ऐसे में अभिनव को जबरदस्त फायदा मिला.
अभिनव मनोहर के पिता जूते की दुकान चलाते थे, जबकि उनके एक दोस्त कपड़ों का काम करते थे. दोनों की दोस्ती के कारण ही अभिनव मनोहर क्रिकेट अकादमी तक पहुंचे और उनका करियर इस फील्ड में बन पाया. आईपीएल में आने के बाद अभिनव की किस्मत एक बार फिर पलटी है और अब दुनिया की नज़र उनपर है.