इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मौजूदा सीजन में राजस्थान रॉयल्स (RR) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के बीच हुआ मुकाबला नो-बॉल विवाद की वजह से काफी सुर्खियों में रहा था. उस मुकाबले में अंपायर के फैसले के बाद दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत और असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे पूरे विवाद के केंद्र में रहे थे.
अब उस पूरे विवाद पर दिल्ली कैपिटल्स के हेड कोच रिकी पोंटिंग ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. पोंटिंग ने अपनी टीम के सदस्यों के व्यवहार को गलत ठहाराया है. साथ ही पोंटिंग अंपायर के फैसले से भी सहमत नहीं दिखाई. गौरतलब है कि पोंटिंग अपनी फैमिली के एक सदस्य के कोविड-19 पॉजिटिव होने के चलते वह मुकाबला मिस कर बैठे थे.
पोंटिंग ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, 'जो हुआ वो सब गलत था. अंपायर का फैसला सही नहीं था, लेकिन आपको इसके साथ आगे बढ़ना होगा. हमारे खिलाड़ियों ने जो व्यवहार किया और असिस्टेंट कोच मैदान पर चले गए, ये ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे हम खुश हों या हमें गर्व हो. मैंने इस बारे में उन लोगों से बात की है.'
टीम मुश्किल वक्त से गुजर रही: पोंटिंग
पोंटिंग ने बताया, 'दिल्ली कैपिटल्स की टीम पिछले कुछ समय में मुश्किल वक्त से गुजर रही है. टीम में कोविड के मामले सामने आए थे जिसके बाद लोगों को होटल रूम क्वारंटीन रहना पड़ा था. इस कारण सबके अंदर झुंझलाहट आ गई थी. ऊपर से वो मुकाबला काफी कांटेदार भी, जिस वजह से उस तरह की प्रतिक्रिया सामने आई.
क्या हुआ था उस मैच में?
उस मुकाबले में अंपायर ने मैच के आखिरी ओवर में ओबेड मैकॉय की तीसरी गेंद को नो-बॉल नहीं दिया था, जिसके बाद पंत गुस्से से आगबबूला हो गए थे. पंत ने टीम के बल्लेबाजों रोवमैन पॉवेल और कुलदीप यादव को पवेलियन लौट आने का संकेट दिया था. वहीं असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे अंपायर से उलझने के लिए मैदान पर उतर आए थे.
पंत को बाद में उस हरकत के लिए अपनी पूरी मैच फीस गंवानी पड़ी थी. वहीं, शार्दुल ठाकुर पर मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगा. जबकि आमरे पर मैच फीस का 100 फीसदी जुर्माना लगाने के अलावा उन्हें एक मैच के लिए बैन भी कर दिया गया था.