इंडियन प्रीमियर लीग-2022 (IPL 2022) में पहली बार हिस्सा लेने वाली गुजरात टाइटन्स (GT) ने जब हार्दिक पंड्या को अपना कप्तान बनाया, तब हर कोई हैरान था. क्योंकि तबतक हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने किसी भी टीम की कप्तानी नहीं की थी, लेकिन अब जब गुजरात टाइटन्स अपने डेब्यू सीजन में ही चैम्पियन बन गई है तब हर किसी को सवाल का जवाब मिल गया है.
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में गुजरात टाइटन्स ने राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से मात दी. राजस्थान ने पहले बैटिंग करते हुए 130 का स्कोर बनाया, जवाब में गुजरात टाइटन्स ने आसानी से इस लक्ष्य को पा लिया.
ये सिर्फ एक मैच की बात नहीं है, बल्कि पूरे सीजन में ही गुजरात ने ऐसा दमदार खेल दिखाया. हम उन पांच बड़े फैक्टर पर नज़र डालते हैं, जिनकी मदद से डेब्यू सीजन में ही गुजरात टाइटन्स की टीम चैम्पियन बन गई...
1. कैप्टन हार्दिक पंड्या का कमाल...
टी-20 वर्ल्डकप 2021 के बाद वापसी कर रहे हार्दिक पंड्या को जब कप्तान बनाया गया, तब कई सवाल खड़े हुए. लेकिन हार्दिक पंड्या ने अपनी परफॉर्मेंस से हर किसी को चुप कर दिया. बतौर कप्तान हार्दिक पंड्या पूरे सीजन में काफी सुलझे हुए नज़र आए, उन्होंने काफी कम ब्लंडर किए. साथ ही बतौर बल्लेबाज-गेंदबाज अपनी परफॉर्मेंस से उन्होंने टीम को लीड किया. टूर्नामेंट में मिली कुछ हार के बाद भी हार्दिक ने हंसते हुए सवालों के जवाब दिए, जिन्होंने संकेत दिया कि वह बतौर लीडर हार झेलने के लिए तैयार हैं और पैनिक नहीं कर रहे हैं.
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2. ‘ऑलराउंडर’ राशिद खान की फिरकी
मौजूदा वक्त में दुनिया में राशिद खान से बेहतर टी-20 प्लेयर नहीं है. राशिद खान को गुजरात टाइटन्स ने उप-कप्तान बनाया, हैदराबाद के साथ लंबी पारी खेलने के बाद वह गुजरात से जुड़े और छा गए. इस पूरे सीजन में राशिद ने 19 विकेट लिए, सबसे खास उनका इकॉनोमी रेट रहा जो 7 से भी नीचे थे. आईपीएल जैसी लीग में पूरे सीजन में ऐसा इकॉनोमी रेट काफी बेहतर है. लेकिन गुजरात के लिए प्लस प्वाइंट ऑलराउंडर राशिद रहे, जिन्होंने दो-तीन मैच में बल्लेबाजी करते हुए कैमियो किया और टीम को जिताया. राशिद खान ने खुद भी कहा कि वह खुद को ऑलराउंडर कहलाना पसंद करते हैं.
3. फिनिशर्स ने मचाई तबाही
गुजरात टाइटन्स के लिए डेविड मिलर और राहुल तेवतिया की जोड़ी ने कमाल किया. दोनों ने मिलकर कुछ मैच साथ में जिताए, तो कुछ मैच में किसी एक ने अपनी टीम को मुश्किल से निकाल दिया. डेविड मिलर लंबे वक्त के बाद आईपीएल में चमके और ऐसा चमके कि अपनी टीम को चैम्पियन बना दिया. मिलर ने इस सीजन में 481 रन बनाए, जबकि राहुल तेवतिया ने 12 पारियों में ही 217 रन बना दिए.
4. पेस बैटरी का कमाल
टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी का अनुभव गुजरात टाइटन्स को काफी रास आया. शमी ने 20 विकेट लिए और अपनी टीम की ओर से सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले बॉलर बने. सबसे खास यह रहा कि लगभग हर मैच में मोहम्मद शमी ने अपनी टीम को शुरुआत में सफलता दिलवाई, वह कुछ मैच में महंगे भी साबित हुए. लेकिन तब किसी और ने टीम के लिए कमान संभाली. मोहम्मद शमी के अलावा लॉकी फर्ग्युसन की तूफानी बॉलिंग ने विरोधी टीम ने कहर बरपाया, उनके नाम 12 विकेट रहे. साथ ही सीजन की सबसे तेज़ बॉल 157.30 KMPH का भी रिकॉर्ड रहा.
5. नेहरा जी की प्लानिंग
गुजरात टाइटन्स के हेड कोच आशीष नेहरा की हाथ में कागज़ लिए हुए तस्वीर काफी वायरल हुई. लेकिन इसी कागज़ ने गुजरात टाइटन्स के लिए कमाल कर दिया. आशीष नेहरा ने बार-बार टीम को एक ही मंत्र दिया कि वह बिना किसी टेंशन के चिल करते हुए खेलें. हार्दिक पंड्या ने बताया कि आशू भाई की कोशिश बेहतरीन बॉलिंग यूनिट तैयार करने की थी, क्योंकि वही मैच जिताते हैं और हमारा प्लान काम कर गया. गुजरात टाइटन्स के लिए ऑक्शन में आशीष नेहरा ही मोर्चा संभाले हुए थे, बाद में गैरी कर्स्टन और उनकी जोड़ी ने कमाल कर दिया.