इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी20 लीगों में से एक है. लेकिन इस लीग में अंपायरिंग के स्टैंडर्ड पर सवाल उठते आए हैं. कुछ दिनों पहले दिल्ली कैपिटल्स (DC) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के बीच मुकाबले के दौरान नो-बॉल विवाद ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं. इसके बाद अब वाइड-बॉल विवाद सुर्खियों में आ गया है.
वाइड बॉल विवाद राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच सोमवार को खेले गए मुकाबले के दौरान हुआ. केकेआर की पारी के 19वें प्रसिद्ध कृष्णा की तीसरी गेंद को अंपायर नितिन पंडित ने वाइड करार दिया, बावजूद इसके कि बल्लेबाज रिंकू सिंह विकेट से हटकर खेल रहे थे. इसके बाद ओवर की चौथी बॉल भी वाइड दी गई. ये शॉर्ट बॉल थी और रिंकू सिंह ने इसे खेलने की सोची लेकिन अंपायर ने वाइड दी. संजू सैमसन ने अंपायर के फैसले पर हैरानी जताते हुए रिव्यू भी ले लिया, जो असफल रहा.
दर्शकों ने लगाए 'चीटर-चीटर' के नारे
फिर ओवर की आखिरी बॉल पर जब रिंकू सिंह ने स्टंप के बाहर शफल करके शॉट खेलने की कोशिश, ऐसे में प्रसिद्ध कृष्णा ने पिच के किनारे के पास बॉल डाली, जिसे वाइड करार दिया गया. इसकी पिछली बॉल भी इसी तरह की थी जो वाइड नहीं दी गई थी. अंपायर के इस फैसले के खिलाफ संजू सैमसन तो नाराज दिखे ही. इसके साथ ही वानखेड़े स्टेडियम में मौजूद दर्शकों का भी गुस्सा फूट पड़ा.
क्या कहता है वाइड बॉल का नियम?
लंदन में स्थित मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के अनुसार अगर गेंद बल्लेबाज की पहुंच में है तो उसे वाइड नहीं दिया जाएगा. 22.4.1 नियम के अनुसार अगर बल्लेबाज शफल करते हुए गेंद के पास पहुंच जाता है तो अंपायर उस गेंद को वाइड नहीं दे सकता. यदि गेंद बल्लेबाज के करीब है और सामान्य तरीके से हिट करने में तो उसे वाइड बॉल नहीं दिया जा सकता.
ऐसा रहा मुकाबला...
टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए राजस्थान रॉयल्स ने निर्धारित ओवरों में पांच विकेट पर 152 रन बनाए. कप्तान संजू सैमसन ने 49 गेंदों पर 54 रनों की शानदार पारी खेली. इसके अलावा आखिरी ओवरों में शिमरॉन हेटमायर ने 13 गेंदों पर 27 रनों का योगदान दिया. कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से टिम साउदी ने सबसे ज्यादा दो विकेट चटकाए.
जवाब में कोलकाता ने पांच गेंद बाकी रहते टारगेट को हासिल कर लिया. कोलकाता के लिए नीतीश राणा 48 और रिंकू सिंह 42 रन बनाकर नाबाद रहे. इसके अलावा श्रेयस अय्यर ने भी 34 रनों की पारी खेली.