इंडियन प्रीमियर लीग 2022 का आधा सीजन हो गया है और अब प्लेऑफ का इंतज़ार किया जा रहा है. एक तरफ खिलाड़ी मैदान पर पसीना बहा रहे हैं, तो दूसरी ओर बीसीसीआई भी इस वक्त टेंशन में है. क्योंकि अगले सीजन के लिए आईपीएल मीडिया राइट्स का टेंडर निकल चुका है और जल्द ही इसके विजेता का ऐलान किया जाना है.
आईपीएल 2022 टीवी रेटिंग्स के हिसाब से काफी कमजोर साबित हुआ है. आईपीएल के शुरुआती दो-तीन हफ्तों में टीवी रेटिंग्स 30 फीसदी तक नीचे गिरी. चिंता की बात ये है कि ये ऐसे वक्त पर हुआ जब टीवी राइट्स का वक्त है, ऐसे में गिरती रेटिंग्स के कारण बोली पर इसका असर पड़ना संभव है.
क्यों गिर रही है आईपीएल की रेटिंग्स?
जब आईपीएल के चेयरमैन बृजेश पटेल से सवाल हुआ कि आईपीएल की टीवी रेटिंग्स क्यों गिर रही है, तब उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय नहीं है. बृजेश पटेल ने कहा कि टीवी रेटिंग्स में गिरावट जरूर हुई है लेकिन इसका मीडिया राइट्स पर कोई असर वहीं पड़ने वाला है.
बृजेश पटेल के मुताबिक, लॉकडाउन के बाद चीज़ें खुलने लगी हैं ऐसे में लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं. लोग इस वक्त पब, बार, क्लब और रेस्तरां में मैच देख रहे हैं क्योंकि रात के समय लोग वहां पर ही हैं. ऐसे में आईपीएल की पॉपुलैरिटी पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है.
रेटिंग्स से मीडिया राइट्स पर पड़ेगा फर्क?
आईपीएल के मीडिया राइट्स 2023-2027 के लिए होंगे, ऐसे में बीसीसीआई को उम्मीद है कि उन्हें 40 से 50 हज़ार करोड़ रुपये का दाम मिल सकता है. मीडिया राइट्स के लिए इस बार दावेदारों की लिस्ट भी है, क्योंकि स्टार के अलावा सोनी, वायकम 18, अमेजन, नेटफ्लिक्स समेत अन्य चैनल और प्लेटफॉर्म भी इस रेस में हैं.
सोनी टीवी के एमएडी एनपी सिंह का कहना है कि टीवी रेटिंग्स में गिरावट काफी बड़ा झटका है, अगर 34 फीसदी गिरावट होती है तो आईपीएल के मीडिया राइट्स जो आने वाले हैं उसपर इसका असर होगा.
हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना यह भी है कि टीवी रेटिंग्स का कम होना आईपीएल की पॉपुलैरिटी की गिरावट का संकेत नहीं है. क्योंकि जितनी तेज़ी से टीवी रेटिंग्स कम हुई हैं, डिजिटल रेटिंग्स उतनी ही तेज़ी से बढ़ भी रही हैं. क्योंकि अब लोग अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर मैच देख रहे हैं, ऐसे में आईपीएल के मीडिया राइट्स भी उसी तरह से बटंगें.