विश्व कप 2019 में भारतीय अभियान का अंत निराशाजनक तरीके से हुआ था. ग्रुप स्टेज में भारत ने नंबर-1 पर रहकर सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया था. लेकिन मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड भारत को मात दे दी थी. किवी टीम ने 239/8 रन का स्कोर खड़ा किया था, जिसके जवाब में विराट कोहली की टीम 221 रन बना पाई और उसे 18 रन से हार का मुंह देखना पड़ा.
केएल राहुल ने छोड़ी थी छाप
विश्व कप 2019 में चोटों से जूझने के बावजूद लीग चरण समाप्त होने पर भारतीय टीम हर दूसरी टीम से आगे थी. उन्हें एक शुरुआती झटका लगा जब शिखर धवन की कलाई में फ्रैक्चर हो गया और उन्हें बाहर होना पड़ा. बाद में विजय शंकर भी चोट के चलते बाहर हो गए, जिसके बाद ऋषभ पंत को मौका मिला.
धवन की चोट का मतलब था कि पहले दो मैचों में नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने वाले केएल राहुल को रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग में भेजा गया और उन्होंने 9 मैचों में दो अर्धशतक और एक शतक की मदद से 361 रन बनाए थे.
हालांकि, विश्व कप के ठीक बाद वेस्टइंडीज दौरे पर केएल राहुल को टीम से ड्रॉप कर दिया गया था. अब उस वाकये को लेकर बड़ी बात कही है.
केएल राहुल ने गौरव कपूर के शो में कहा, 'मुझे याद है कि 2019 में हमने विश्व कप खेला और इसके ठीक बाद हम एक श्रृंखला के लिए वेस्टइंडीज गए. मैंने विश्व में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन मुझे बाहर कर दिया गया. मैं उसे मैसेज कर रहा था. गेल ने कहा कि पूल के पास आओ, मैं ड्रिंक कर रहा हूं. अगले दिन उनका 300वां गेम था, इसलिए वह बहुत खुश थे और उनके कुछ दोस्त भी वहां थे. उन्होंने मुझसे पूछा कि तुम क्यों नहीं खेल रहे हो.'
मैं काफी निराश था
राहुल ने कहा, 'आप जानते हैं कि मैं स्पष्ट रूप से निराश था क्योंकि मैंने विश्व कप खेला था और मैं यहां नहीं खेल रहा था. इसका कोई मतलब नहीं है. यदि 70 पर्याप्त नहीं है, तो 150 रन स्कोर करें. यदि आप 150 कर रहे हैं, तो 200 करें यदि पर्याप्त नहीं है. इस तरह आपको चीजों को देखने की आवश्यकता है. यदि आईपीएल सीजन में 600 काफी नहीं है, तो 800 रन स्कोर करें.'
केएल राहुल अभी लखनऊ सुपरजायंट्स (LSG) टीम का हिस्सा हैं और टीम की कप्तानी कर रहे हैं. लखनऊ को पदार्पण मैच में 28 मार्च (सोमवार) को गुजरात टाइटन्स ने 5 विकेट से मात दी थी.