इंडियन क्रिकेट टीम के विकेटकीपर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने पिछले दो साल में अपने खेल में काफी बदलाव किया है. ऋषभ पंत इस वक्त आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी कर रहे हैं और हर किसी का ध्यान आकर्षित किए हुए हैं. लेकिन दो साल पहले ऐसा नहीं था क्योंकि ऋषभ पंत खराब फॉर्म के चलते हर किसी के निशाने पर थे.
ऋषभ पंत ने अब एक इंटरव्यू में अपने उस वक्त को लेकर खुलकर बात की है और कहा है कि मैंने हर किसी को चुप कर दिया है.
'सिर्फ रोहित और धोनी से बात की'
ऋषभ पंत ने कहा कि मेरे लिए वह एक मुश्किल वक्त था, मैंने सभी के लिए रास्ते बंद कर दिए थे. मैंने सिर्फ अपने ऊपर विश्वास किया, क्योंकि मैं दुनिया के सामने कुछ साबित करना चाहता था. मैंने किसी के बारे में नहीं सोचा, मैं रोहित और धोनी भाई से बात कर रहा था लेकिन अपने ऊपर भरोसा रख रहा था.
ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में बुरे फेज़ पर भी बात की. ऋषभ ने कहा कि वह एक बुरा दौर था, लेकिन अब मैं ज्यादा नहीं सोचता हूं. मैं सिर्फ बॉल के हिसाब से खेलता हूं और ऐसा रास्ता ढूंढता हूं जिससे मैं अपने ऊपर कंट्रोल कर सकूं.
पिछले दो साल में बदल गया पंत का खेल
आपको बता दें कि 2017 में जब ऋषभ पंत 19 साल के थे, तब वह पहली बार लोगों की नज़रों में आए. लेकिन अपना टेस्ट डेब्यू करने के बाद ऋषभ पंत ने पूरी तरह कसे खेल को बदल दिया. पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में खेली गई टेस्ट सीरीज़ और ऋषभ पंत का उसमें शानदार प्रदर्शन गेमचेंजर साबित हुआ.
ऋषभ पंत उस सीरीज के बाद से ही भारतीय टीम के लिए एक अहम प्लेयर बन गए. अब टी-20, वनडे और टेस्ट में ऋषभ ही टीम इंडिया के नंबर-1 विकेटकीपर हैं. यहां तक कि उन्हें लीडरशिप रोल में भी शामिल किया जा रहा है और भविष्य के लीडर के तौर पर देखा जा रहा है.
अगर ऋषभ पंत के करियर की बात करें तो उन्होंने 2017 में टी-20 डेब्यू किया, जबकि 2018 में वनडे और टेस्ट का डेब्यू किया. ऋषभ पंत ने अभी तक 30 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उनके 1920 रन हैं और चार शतक भी हैं.