इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के फाइनल मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 5 विकेट से जीत हासिल की. सीएसके ने पांचवीं बार आईपीएल का खिताब अपने नाम किया है. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया यह मुकाबला पहले 28 मई को ही खेला जाना था, लेकिन बारिश के चलते इसे रिजर्व-डे में ले जाना पड़ा.
रिजर्व-डे में भी बारिश और गीली आउटफील्ड के चलते मैच में बाधा आई. गुजरात टाइटन्स ने 20 ओवरों में चार विकेट पर 214 रन बनाए थे, लेकिन जब सीएसके की पारी में तीन गेंदें फेंकी गई थी, तभी बारिश आ गई. बाद में काफी लंबे इंतजार के बाद खेल शुरू हो पाया. इसके चलते चेन्नई सुपर किंग्स को 15 ओवरों में 171 रनों का संशोधित टारगेट मिला था.
We are not crying, you are 🥹
— IndianPremierLeague (@IPL) May 30, 2023
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देखा जाए तो मूसलाधार के बारिश के दौरान मैदान ठीक से कवर नहीं हो पाया था, जिसके चलते प्रैक्टिस पिच पर काफी पानी जमा हो गया. पहले ग्राउंड स्टाफ पिच पर से पानी को सुखाने के लिए बड़े स्पंज का उपयोग करते हुए देखे गए. बाद में उन्होंने पिच पर लकड़ी के बुरादे (Sawdust) का प्रयोग भी किया. फिर जाकर उसपर सुपर सोपर का इस्तेमाल किया गया.
बीसीसीआई को ECB से सीख लेना चाहिए...
यदि दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम को सही से कवर किया रहता तो शायद फाइनल मैच में इतना समय बर्बाद नहीं होता. भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) पिच को ढकने के मामले मे इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) से सीख ले सकता है. ब्रिटेन में ज्यादातर मैदानों पर पिच ढकने के लिए होवर कवर का प्रयोग किया जाता है. यह कवर तीन मिनट के भीतर ही पिच और पूरे स्कवायर को ढक देता है. साल 1998 में स्टुअर्ट कैनवस ने 'होवर कवर' का आविष्कार किया था और उसी साल 'क्रिकेट के मक्का' लॉर्ड्स में इसका पहली बार प्रयोग किया गया.
पारंपरिक पिच कवर की तुलना में होवर कवर के कई फायदे हैं. होवर कवर बारिश शुरू होने के 3 मिनट के भीतर पिच को ढक देता है जबकि सामान्य क्रिकेट कवर पिच को पूरी तरह से कवर करने में 10 मिनट तक का समय ले सकते हैं. होवर कवर में मोटर लगा रहता है, ऐसे में मैदान को कवर करने के लिए काफी कम लोगों की जरूरत होती है. कुल मिलाकर होवर कवर पिचों को कवर करने के लिए काफी आदर्श रहता है.
फाइनल मुकाबले में गुजरात टाइटन्स की ओर से साई सुदर्शन ने 47 गेंदों पर 96 रनों की पारी खेली, जिसमें आठ चौके और छह छक्के शामिल रहे. वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने 39 गेंदों का सामना करते हुए 54 रन बनाए. सीएसके की ओर से तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना ने सबसे ज्यादा दो विकेट लिए. जवाब में सीएसके ने 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर हासिल कर लिया. सीएसके की जीत के हीरो रवींद्र जडेजा रहे, जिन्होंने 15वें ओवर में मोहित शर्मा की आखिरी दो गेंदों पर क्रमश: छक्का एवं चौका लगाकर टीम को जीत दिलाई. चेन्नई की ओर से सबसे ज्यादा रन प्लेयर ऑफ द मैच रहे डेवोन कॉन्वे (47) ने बनाए.