IPL 2023 RCB vs SRH Match: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच शानदार मैच खेला गया, जिसमें दो शतक लगे. इस मुकाबले में पहले हैदराबाद के लिए हेनरिक क्लासेन ने सेंचुरी जमाई. उसके बाद विराट कोहली ने शतक जड़कर अपनी आरसीबी टीम को जीत दिलाई.
मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए सनराइजर्स हैदराबाद ने 5 विकेट पर 186 रन बनाए थे. टीम के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने 51 गेंदों पर 104 रनों की ताबड़तोड़ शतकीय पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी में 6 छक्के और 8 चौके जमाए. उनका स्ट्राइक रेट 203.92 का रहा.
जबकि हैरी ब्रूक ने 27 रन बनाए. इनके अलावा हैदराबाद टीम का कोई भी बल्लेबाज 20 या उससे ज्यादा रन नहीं बन सका. जबकि बेंगलुरु के लिए मिचेल ब्रेसवेल ने 2 विकेट लिए. मोहम्मद सिराज, शहबाज अहमद और हर्षल पटेल को 1-1 विकेट मिला.
कोहली और डु प्लेसिस ने गेंदबाजों को जमकर धोया
मुकाबले में 187 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए बेंगलुरु टीम ने 2 विकेट गंवाकर यह मैच अपने नाम कर लिया. दूसरी पारी में बेंगलुरु टीम पूरी तरह से छाई रही. आरसीबी के लिए विराट कोहली ने 63 गेंदों पर 100 रनों की पारी खेली. जबकि फाफ डु प्लेसिस ने 47 गेंदों पर 71 रन जमाए.
A chase masterclass 👏🏻👏🏻@imVkohli smashed a scintillating century in a successful run-chase for @RCBTweets and bagged the Player of the Match award 👌🏻👌🏻#TATAIPL | #SRHvRCB pic.twitter.com/Zg6GZD6sUY
— IndianPremierLeague (@IPL) May 18, 2023
इस मैच में कोहली और डु प्लेसिस ने 172 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप की. उनके आगे हैदराबादी गेंदबाजी की एक भी नहीं चली. इन दोनों ने हैदराबाद टीम के हर एक गेंदबाज को धोया. अनुभवी गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने 4 ओवर में 12 के इकोनॉमी रेट से 48 रन लुटाए और एक ही विकेट लिया. जबकि कार्तिक त्यागी ने 15.75 के इकोनॉमी रेट से रन लुटाए.
ये एक नो-बॉल वाली गलती हैदराबाद को पड़ी भारी
दरअसल, मैच में हैदराबाद टीम के पास फाफ डु प्लेसिस का विकेट जल्दी लेने का मौका भी आया था. पारी के 9वें ओवर की 5वीं बॉल पर डु प्लेसिस कैच आउट हो गए थे. नीतीश रेड्डी की बॉल पर मयंक डागर ने कैच लपका था. मगर अंपायर ने इसे हाइट (सेकंड बाउंसर) की नो-बॉल करार दिया गया. इस तरह डु प्लेसिस को एक बड़ा जीवनदान मिला.
डु प्लेसिस ने इस जीवनदान का फायदा उठाते हुए फिफ्टी जमाई और टीम को जीत की ओर ले गए. जब डु प्लेसिस को जीवनदान मिला, तब वो 41 रन बनाकर खेल रहे थे. यदि वो नो-बॉल नहीं होती और डु प्लेसिस आउट होते, तो शायद मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था. ऐसे में कह सकते हैं कि यह नो-बॉल ही हैदराबाद को भारी पड़ गई.