चीनी टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई से जुड़े मामले में एक नया मोड़ आ गया है. पेंग शुआई ने चीन के पूर्व उप-प्रधानमंत्री झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, लेकिन अब करीब एक महीने बाद वह अपने बयान से पलट गई हैं. पेंग शुआई का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि उनका यौन उत्पीड़न हुआ है.
चीनी टेनिस स्टार पेंग शुआई ने रविवार को कहा कि उन्होंने कभी भी किसी पर यौन उत्पीड़न का आरोप नहीं लगाया. सोशल मीडिया पर जो उन्होंने पोस्ट किया था, उसे गलत तरीके से लिया गया था. ऐसे में वह फिर साफ करती हैं कि किसी ने भी उनके साथ यौन उत्पीड़न नहीं किया.
बता दें कि पेंग शुआई ने कुछ वक्त पहले जब यौन उत्पीड़न से जुड़े आरोप लगाए थे, तब टेनिस वर्ल्ड में हाहाकार मच गया था. ऐसा इसलिए भी हुआ था क्योंकि आरोप लगाने के बाद वह करीब तीन-चार हफ्ते तक गायब हो गई थीं और उनका किसी को अता-पता नहीं था.
सिंगापुर की एक मीडिया आउटलेट से बात करते हुए पेंग शुआई ने यौन उत्पीड़न के मामले को गलत बताया. ये पहली बार था जब पेंग शुआई ने इस मामले पर पब्लिकली बोला है, इससे पहले बस एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उन्होंने अपनी बात कही थी.
पेंग शुआई से जुड़े मामले के सामने आने के बाद टेनिस वर्ल्ड में हाहाकार मचा था. महिला टेनिस एसोसिएशन ने चेतावनी दी थी कि अगर महिला टेनिस खिलाड़ियों के साथ इस तरह का बर्ताव होता है, तो चीन में होने वाले सभी टूर्नामेंट को रद्द करना पड़ेगा.
दरअसल, टेनिस स्टार पेंग शुआई ने सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. गाओली चीन के उप-प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं. शुआई ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट Weibo पर 600 शब्दों की एक पोस्ट लिखी थी, जिसमें उन्होंने गाओली पर गंभीर आरोप लगाए. हालांकि, बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दिया गया.
पेंग शुआई ने आरोप लगाया था कि पूर्व उप-प्रधानमंत्री ने अपने घर बुलाकर यौन संबंध बनाने के लिए "मजबूर" किया था. महिला टेनिस स्टार ने लिखा- "मुझे पता है जब मैं झांग गाओली जैसे किसी बड़े शख्स पर आरोप लगा रही हूं तो वो यही कहेंगे कि मैं नहीं डरता. लेकिन भले ही यह पत्थर को कंकड़ मारने जैसा हो या आग से खेलकर खुद को बर्बाद करना हो.