CWG 2022 Birmingham Sports Villages: 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स इस समय इंग्लैंड के बर्मिंघम की मेजबानी में खेले जा रहे हैं. गेम्स का आगाज 28 जुलाई से हुआ है. 29 जुलाई यानी शुक्रवार को खिलाड़ी मैदान में उतरे हैं. इस बार कॉमनवेल्थ में करीब 72 देश के 6300 से ज्यादा एथलीट और स्टाफ पहुंचे हैं.
इन सभी एथलीट्स, स्टाफ के ठहरने और कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए बर्मिंघम में एक खेल गांव बनाया गया है. इस खेल गांव को बसाने के लिए इंग्लैंड की सरकार ने 778 मिलियन यूरो (करीब 6300 करोड़ रुपये) का खर्च किया है.
कोरोना महामारी को देखते हुए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ ऑर्गेनाइजर्स ने इन सभी 6300 खिलाड़ियों और स्टाफ के रहने के लिए चार अलग-अलग जगह पर इंतजाम करवाया है. इन सभी के लिए भी भारी बजट खर्च किया जा रहा है.
बर्मिंघम कॉमनवेल्थ ऑर्गेनाइजर्स ने 1600 खिलाड़ियों और स्टाफ के रुकने के लिए NEC होटल कैम्पस में रुकने की व्यवस्था की है. जबकि 1900 एथलीट्स और स्टाफ को यूनिवर्सिटी ऑफ वारविक में ठहराया है. 2800 खिलाड़ी और स्टाफ द यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम में रुके हुए हैं.
इनके अलावा साइकिलिंग टीम को बर्मिंघम से करीब 130 किमी दूर लंदन में ठहराया है. साइकिलिंग टीम का इवेंट ओलंपिक पार्क स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि कोरोना के चलते बर्मिंघम कॉमनवेल्थ के लिए एक गांव समग्र रूप से नहीं बसाया गया है.
बर्मिंघम ऑर्गेनाइजर्स के मुताबिक, एथलीट्स के लिए होटल्स में रहने की उत्तम व्यवस्था है. उनके लिए जिम, स्वीमिंग पूल समेत बाकी साधन भी रहेंगे. इन्हीं सबके बीच हाल ही में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने खेल गांव में खाना नहीं मिलने की शिकायत भी की थी.
महिला टीम ने कहा था कि ज्यादातर खिलाड़ियों को एक ही रूम शेयर करने के लिए कहा गया है. सिर्फ कप्तान को ही अलग रूम मिला है. कुछ खिलाड़ियों को खाना खाने के लिए भी खेल गांव से बाहर जाना पड़ रहा है.