फुटबॉल का वर्ल्डकप अगले साल कतर में खेला जाना है. कोरोना वायरस के दौर में होने वाला ये दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा स्पोर्टिंग इवेंट होगा. ओलंपिक के बाद कतर वर्ल्डकप 2022 हो रहा है, लेकिन अब इस इवेंट को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. कतर ने वर्ल्डकप की मेजबानी हासिल करने के लिए जासूसों का इस्तेमाल किया था.
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एपी द्वारा एक रिपोर्ट तैयार की गई है, जिसमें दावा किया गया है कि कतर ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के एक पूर्व अफसर का इस्तेमाल किया था. कतर के लिए ये जासूस काम करता था और अलग-अलग फुटबॉल अधिकारियों के संपर्क में आता था.
2022 के वर्ल्डकप के लिए अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देश मेजबानी की रेस में थे. लेकिन कतर ने सीआईए के पूर्व अधिकारी और बाद में प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर बने केविन चाल्कर को जासूस बनाया. ऐसे देशों पर नज़र रखी, जिन्होंने 2010 वर्ल्डकप की मेजबानी जीती या उसे फाइनल करने में अहम भूमिका निभाई.
केविन चाल्कर ने कई साल तक कतर के लिए काम किया, इस दौरान उन्होंने विश्वकप की मेजबानी लेने में चुनौती देने वाले अधिकारियों, देशों और उनसे संबंधित फुटबॉल एसोसिएशन की जानकारी निकाली, उनपर नज़र रखी.
रिपोर्ट के मुताबिक, कतर ने हर तरह से अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के फुटबॉल क्लब को घेर लिया था. इसके लिए फेसबुक हनीपॉट का इस्तेमाल किया गया, जिसमें अधिकारियों को ट्रैप करने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल किया गया.
रिपोर्ट ने इस वर्ल्डकप से जुड़ी जानकारी के अलावा अन्य कई बातों का भी जिक्र किया है. जिसमें गल्फ देशों में पिछले कुछ वक्त में प्राइवेट जासूसी से जुड़ी चीज़ों का दायरा बढ़ा है. कुछ वक्त पहले भी अमेरिकी सरकार से जुड़े पूर्व अधिकारियों ने माना था कि उन्होंने कतर देशों में कई तरह की हैकिंग डिवाइस भेजी हैं.
कतर में होने वाला वर्ल्डकप 21 नवंबर से 18 दिसंबर 2022 तक चलेगा. कुल 32 टीमें इस वर्ल्डकप में हिस्सा लेंगी. दोहा के करीब कुल 8 स्टेडियम में सभी मैच खेले जाने हैं, ये स्टेडियम लगभग तैयार हो चुके हैं.