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DDCA अध्यक्ष पद के लिए रोहन जेटली ने भरा नामांकन, ताजपोशी लगभग तय

डीडीसीए के छह पदों के लिए 17 से 20 अक्टूबर के बीच चुनाव होने हैं, जबकि नतीजे 21 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. कोषाध्यक्ष पद के लिए पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर के मामा पवन कुमार गुलाटी ने दावेदारी पेश की है.

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Rohan Jaitley (File Photo)
Rohan Jaitley (File Photo)

दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष पद पर पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली की ताजपोशी तय मानी जा रही है. बुधवार को अध्यक्ष पद के लिए रोहन जेटली ने नामांकन दाखिल किया. बताया जा रहा है कि नामांकन के आखिरी दिन एक और दावेदारी पेश की गई है, लेकिन रोहन जेटली को डीडीसीए के दो बड़े ग्रुप (विनोद तिहारा ग्रुप और सीके खन्ना ग्रुप) का समर्थन है. ऐसे में उनका अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है. 

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बता दें कि डीडीसीए के छह पदों के लिए 17 से 20 अक्टूबर के बीच चुनाव होने हैं, जबकि नतीजे 21 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. कोषाध्यक्ष पद के लिए पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर के मामा पवन कुमार गुलाटी ने दावेदारी पेश की है. वहीं, इस पद के लिए बीसीसीआई के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना की पत्नी शशि खन्ना भी उम्मीदवारी हैं. ऐसे में इस सीट पर रोचक लड़ाई देखने को मिल सकती है. 

इधर, डीडीसीए के पूर्व संयुक्त सचिव दिनेश शर्मा (बल्ली) ने डायरेक्टर पद की उम्मीदवारी पेश की है. दिनेश शर्मा अरुण जेटली के अध्यक्ष रहते हुए भी डायरेक्टर थे. दिनेश शर्मा ने बताया रोहन जेटली के समर्थन में कई ग्रुप हैं, उनका अध्यक्ष बनना तय है. डीडीसीए के सचिव विनोद तिहारी ने कहा कि रोहन जेटली को हमारे ग्रुप का पूरा समर्थन है. 

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DDCA अध्यक्ष पद के लिए रोहन जेटली की दावेदारी

वहीं, रोहन जेटली ने औपचारिकताएं पूरी करने के बाद न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि ‘हां, मैंने आज अपना नामांकन भरा है. मैं दिल्ली क्रिकेट की बेहतरी के लिए काम करना चाहूंगा और हर किसी से यही करना पसंद करूंगा.’पेशे से वकील रोहन ने कहा कि ‘मुझे मुकाबले से कोई परेशानी नहीं है. यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए अच्छा है. आइडिया यह है कि अच्छे लोगों को सही समय पर लाया जाए ताकि संतुलन और नियंत्रण बना रहे.'

गौरतलब है कि डीडीसीए का अध्यक्ष पद पिछले साल नवंबर से खाली है. रजत शर्मा ने अंदरुनी गुटबाजी के चलते अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्हें जून-जुलाई 2018 में भारी बहुमत से चुना गया था.

 

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