भारतीय हॉकी टीम ने हांगझोउ एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया है. शुक्रवार (6 अक्टूबर) को खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने गत चैम्पियन जापान को 5-1 से हराया. भारत की ओर से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने सबसे ज्यादा दो गोल किए. वहीं मनप्रीत सिंह, अभिषेक और अमित रोहिदास ने एक-एक गोल दागा.
जापान की ओर से इकलौता गोल सेरेन तनाका ने किया. इस जीत के साथ ही भारतीय हॉकी टीम ने अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक का टिकट हासिल कर लिया है. पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से लेकर 11 अगस्त तक खेला जाएगा.
Golden Victory Alert: #HockeyHigh portrayed right by our #MenInBlue 🏒
— SAI Media (@Media_SAI) October 6, 2023
Team 🇮🇳 outshines 🇯🇵 5⃣-1⃣ and brings home🥇& also a #ParisOlympics Quota 🥳
What a match!!
Great work guys💯 Keep shining 💪🏻#Cheer4India#HallaBol#JeetegaBharat#BharatAtAG22 🇮🇳 pic.twitter.com/UKCKom45tP
फाइनल मुकाबले के दौरान पहले क्वार्टर में दोनों टीमों की ओर से कोई गोल नहीं हो पाया. लंबे इंतजार के बाद खेल के 25वें मिनट में भारत गोल करने में कामयाब रहा. भारत के लिए यह गोल मनप्रीत सिंह ने दागा. हाफटाइम के समय भारत 1-0 से आगे था. फिर तीसरे क्वार्टर में भारत ने दनादन दो गोल किए. 32वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर पर स्कोर किया. फिर चार मिनट बाद (36वें मिनट) अमित रोहिदास ने भी पेनल्टी कॉर्नर पर ही गोल दागा.
एशियन गेम्स 2023 की स्पेशल कवरेज देखने के लिए यहां क्लिक करें
इसके बाद भारत ने चौथे क्वार्टर में भी दो गोल किए. पहले 48वें मिनट में अभिषेक ने शानदार फील्ड गोल दागा. हालांकि सेरेन तनाका ने 51वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करके स्कोर 4-1 कर दिया. फिर हरमनप्रीत ने 59वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर बेहतरीन गोल करके भारत को 5-1 की शानदार जीत दिला दी.
भारत ने चौथी बार जीता गोल्ड
भारतीय टीम ने एशियन गेम्स में चौथी बार स्वर्ण पदक जीता है. इससे पहले उसने 1966, 1998 और 2014 में भी स्वर्ण पदक जीता था. इसके अलावा भारतीय हॉकी टीम ने 9 रजत और 3 कांस्य भी जीते हैं. भारत-जापान के बीच 2013 के बाद 28 बार मुकाबला हुआ है, जिसमें से 23 मैच भारत ने जीते. जबकि जापान ने तीन मैच जीते और दो मैच ड्रॉ रहे.
इससे पहले भारत ने पूल चरण में भी जापान को 4-2 से हराया था. देखा जाए तो भारत इस एशियन गेम्स में एक भी मुकाबला नहीं हारा. पूल चरण में भारत ने 58 गोल किए और सिर्फ 5 गंवाए. भारत ने सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण कोरिया को 5-3 से हराया, हालांकि उस मैच में टीम लय में नहीं दिखी थी.
पदकवीर भारतीय हॉकी टीम: हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), पीआर श्रीजेश (गोलकीपर), कृष्ण पाठक(गोलकीपर), वरुण कुमार, अमित रोहिदास, जरमनप्रीत सिंह, संजय, सुमित, नीलकांत शर्मा, हार्दिक सिंह (उप-कप्तान), मनप्रीत सिंह, विवेक सागर प्रसाद, शमशेर सिंह, अभिषेक, गुरजंत सिंह, मनदीप सिंह, सुखजीत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय.